हजारीबाग : दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की तैयारियों को लेकर शनिवार को जिला आपदा प्रबंधन की बैठक सूचना भवन सभागार में हुई. इसकी अध्यक्षता डीडीसी राजेश कुमार पाठक ने की. बैठक में वज्रपात, सर्पदंश, बाढ़, लू आदि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तैयारी को लेकर विचार-विमर्श किया गया. आग लगने की घटनाओं को देखते हुए बड़कागांव क्षेत्र में सीएसआर के मद से फायर ब्रिगेड की टीम रखने का निर्णय लिया गया. टीम केरेडारी, बड़कागांव क्षेत्र में अपनी सेवा देगी.
सभी अंचलाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र के बांध, जलाशय, तालाबों की स्थिति का भौतिक निरीक्षण कर 13 जून तक प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया गया. बताया गया कि वज्रपात से होनेवाली जानमाल की क्षति को देखते हुए जिले के सभी स्कूलों में तड़ित चालक व बच्चों के बीच वज्रपात से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाये. वज्रपात से मृत्यु होने पर उनके आश्रितों को सरकार द्वारा प्रदत अनुदान राशि के लिए शव का पोस्टमार्टम कराना जरूरी होगा. सर्पदंश की घटना होने पर तत्काल घायल को नजदीकी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने की बात कही गयी. झाड़-फूंक का सहारा नहीं की बात कही गयी.