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बिशप ने 12 शिष्यों के पैर धोये, सेवा का संदेश
हजारीबाग : कैथोलिक ईसाई समाज ने प्रभु यीशु की मृत्यु से पूर्व घटी तीन महान घटनाओं को गुरुवार को याद किया. कैथोलिक आश्रम महागिरजाघर में पुण्य वृहस्पतिवार मनाया गया. महा गिरजाघर की वेदी को आकर्षक ढंग से सजाया गया था. जिस प्रकार प्रभु यीश ने अपने शिष्यों के पैर धोये, प्रेम-सेवा एवं नम्रता की शिक्षा […]
हजारीबाग : कैथोलिक ईसाई समाज ने प्रभु यीशु की मृत्यु से पूर्व घटी तीन महान घटनाओं को गुरुवार को याद किया. कैथोलिक आश्रम महागिरजाघर में पुण्य वृहस्पतिवार मनाया गया. महा गिरजाघर की वेदी को आकर्षक ढंग से सजाया गया था.
जिस प्रकार प्रभु यीश ने अपने शिष्यों के पैर धोये, प्रेम-सेवा एवं नम्रता की शिक्षा दी थी, उसी तरह बिशप आंनद जोजो ने 12 शिष्यों के पैर धोये और सेवा का संदेश दिया.
दूसरे चरण में परम प्रसाद के रूप रोटी, दाखरस बलि भोज अर्पित किये गये. अंतिम चरण में इन सभी घटनाओं को हमेशा स्मरण दिलाते रहने के लिए पुरोहिताई की स्थापना की. अनुष्ठान में दुख और आनंद दोनों का मिश्रण है. पुण्य शुक्रवार को यीशु मानव मुक्ति के लिए क्रूस पर चढ़े थे और स्वयं की बलिदानी दी थी. इस घटना को पवित्र क्रूस के रूप में देर रात याद की जाती है
बिशप आनंद जोजो ने हजारीबाग, झारखंड समेत पूरे भारत वर्ष के लोगों की भाईचारा, प्रेम व शांति के लिए प्रार्थना की. इसमें फादर अंटोनी, फादर दया किशोर, पल्ली पुरोहित रेमंड, फादर लिविंग, फादर अनुरंजन, फादर मनेाज समेत कई पुरोहित शामिल हुए. स्नेह सदन की धर्म बहनों ने गीत के माध्यम से प्रभु यीशु की मृत्यु पूर्व की घटनाओं एवं क्रूस पर चढ़ कर बलिदान देने से संबंधित घटनों को व्यक्त किया. कार्यक्रम में कैथोलिक सभा अध्यक्ष पीटर पॉल टोप्पो, महिला संघ की हेलन तिर्की, युवा संघ के आदित्य टूटी ने सहयोग किया.
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