संत पात्रिक परिसर स्थित कब्रगाह में ख्रीस्तयागी मिस्सा पूजा
मसीही विश्वासियों ने अपने पूर्वजों को याद कर श्रद्धांजलि दी
गुमला : कब्र पूजा के अवसर पर गुमला के संत पात्रिक परिसर स्थित कब्रगाह में मसीही विश्वासियों ने कब्रों की पूजा की. अगरबत्ती व मोमबत्ती जला कर पुष्प व माला अर्पित किया और अपने पूर्वजों को याद किया. इस अवसर पर विकर जेनरल फादर सीप्रियन कुल्लू के नेतृत्व में कब्रगाह में ख्रीस्तीयागी मिस्सा पूजा की गयी.
मौके पर फादर सीप्रियन ने कहा कि जन्म और मरण एक चक्र है. जो जन्म लेता है, एक दिन निश्चित ही उसकी मौत होती है. ईश्वर ने अनेकों कृतियों को जीवन दिया है और उसका अंत भी सुनिश्चित किया है. कब्र पूजा के दिन हम अपने पूर्वजों व मृतक परिजनों की आत्मा की शांति के लिए विशेष प्रार्थना करते हैं, ताकि उन्हें मोक्ष मिले और दोबारा किसी नये रूप में वे जन्म लें.
फादर सीप्रियन ने कहा कि दुनिया में जन्म लेने वाले हर चीज का अंत निश्चित है. धरती पर जन्म लेने वालों का इस धरती पर रहने का एक समय निर्धारित रहता है. सबका अंत निश्चित है,
इसलिए जब तक जीवित रहते हैं, तब तक हमें ईश्वर के बताये मार्ग का अनुशरण करने की जरूरत है, ताकि शरीर का त्याग करने के बाद हमें मोक्ष की प्राप्ति हो. इस अवसर पर फादर ख्रिस्टोफर लकड़ा, फादर मनोहर खोया, फादर अनुरंजन हासा पूर्ति, फादर सीप्रियन केरकेट्टा सहित दर्जनों की संख्या में पुरोहित, धर्म बहनें व सैकड़ों की संख्या में मसीही विश्वासी उपस्थित थे.