गुमला : भरनो पुलिस ने बरंदा गांव से बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे तीन अपराधियों को गिरफतार की है. जिसमें असरो गांव निवासी बिरसा उरांव, पबेया गांव निवासी कलीम अंसारी व सिसई थाना के कॉलेज रोड निवासी आलोक किंडो है. तीनों अपराधी इंडियन आर्मी टाइगर गिरोह के सदस्य हैं. इसमें बिरसा […]
गुमला : भरनो पुलिस ने बरंदा गांव से बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे तीन अपराधियों को गिरफतार की है. जिसमें असरो गांव निवासी बिरसा उरांव, पबेया गांव निवासी कलीम अंसारी व सिसई थाना के कॉलेज रोड निवासी आलोक किंडो है. तीनों अपराधी इंडियन आर्मी टाइगर गिरोह के सदस्य हैं. इसमें बिरसा गिरोह का सरगना है. इन तीनों को पकड़ाने से संगठन का सफाया हो गया. क्योंकि दो माह पहले पुलिस ने इस गिरोह के अधिकांश सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
एसडीपीओ बच्चनदेव कुजूर ने बताया कि उपरोक्त तीनों अपराधी इंडियन आर्मी टाइगर नामक संगठन चलाते हैं. जिसका मुख्य सरगना गिरफतार अपराधी बिरसा उरांव है. तीनों अपराधियों के पास से दो देशी कट्टा, 315 का तीन गोली, दो मोबाइल सेट व एक चोरी का बाइक बरामद किया गया है.
एसडीपीओ ने बताया कि भरनो मुख्यालय चौक से चट्टी तक बनने वाली सड़क निर्माण में दहशत फैलाने के लिए बीते फरवरी माह में मुंशी के साथ मारपीट करने व सिसई से छारदा होते हुए भंडरा तक बनाये जा रहे सड़क निर्माण कार्य स्थल पर सड़क निर्माण के संवेदक से लेवी की मांग को लेकर इसी गिरोह द्वारा छारदा कैंप में फायरिंग की गयी थी. तभी से पुलिस इन अपराधियों की तलाश रही थी. थानेदार धर्मपाल कुमार ने बताया कि बिरसा उरांव व कलीम अंसारी दोनों अपराधी पूर्व में चोरी, अपहरण, आर्म्स एक्ट, दुष्कर्म के आरोप में कई बार जेल जा चुके हैं.
उन्होंने बताया कि रविवार की रात गुप्त सूचना मिली कि तीन अपराधी बाइक में घूम रहे हैं. पुलिस टीम का गठन कर बारंदा गांव पहुंचकर बगीचा को चारों तरफ से घेरकर तीनों को गिरफतार किया गया. पुलिस ने बताया कि पूर्व में बिरसा माओवादी संगठन का समर्थक भी रहा है. बाद में बिरसा ने अपना एक संगठन बनाया. उक्त संगठन ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है.