गुमला: डीइओ जयंत मिश्र की लापरवाही के कारण पर्व के दिन भी गुमला के स्कूल खुले रहे. शनिवार को मुसलिम धर्मावलंबियों का पर्व ईद मिलादुन्नबी था. अंजुमन इस्लामियां गुमला ने डीइओ से स्कूल बंद करने की मांग की थी. जिससे मुसलिम बच्चे पर्व को लेकर निकाले जाने वाले जुलूस में शामिल हो सकें. लेकिन गुमला शहर के सभी निजी स्कूल खुले रहे.
इस संबंध में रविवार को अंजुमन इस्लामियां गुमला ने डीसी श्रवण साय को ज्ञापन सौंपा. इसमें पर्व के दिन भी स्कूल खुला रहने की जानकारी दी है. अंजुमन ने कहा कि शनिवार को शानदार जुलूस निकाला गया था. इस अवसर पर हर वर्ष पूरे देश में जुलूस निकाला जाता है. सभी समाज के लोग मिल कर सद्भावना से जुलूस का स्वागत भी करते हैं. इस दिन सारे स्कूलों में छुट्टी घोषित की जाती है. मगर इस बार कोई भी अर्धसरकारी व निजी स्कूलों ने स्कूल बंद नहीं किया. जिससे मुसलिम समाज काफी आहत है. जबकि मीडिया प्रभारी मो इम्तेयाज ने शिक्षा पदाधिकारी को एक दिन पूर्व ही जुलूस के दिन स्कूल बंद कराने की अपील की थी.
उन्होंने आश्वासन दिया था. मगर ऐसा नहीं हुआ. न ही उस दिन शराब की दुकानें बंद थी. जबकि सभी शहरों में उस दिन शराब की दुकानें बंद रहती है. ज्ञापन सौंपनेवालों में सदर मो इरशाद खान, मो इम्तेयाज, मो फिरोज आलम, शमीम अख्तर, मो शकील, शमीम अंसारी, खुर्शीद आलम, अस्फाक सहित कई सदस्य मौजूद थे.