हत्या के पीछे जमीन व परिवार के साथ चल रहा पुराना विवाद है. पुलिस की माने, तो इमरान की हत्या कर उसे नरबलि का रूप देने का प्रयास किया गया. साथ ही आरोपियों द्वारा ओझागुणी करने वाले शिवलाल भगत को फंसाने, उसकी हत्या करने, पुलिस पर पथराव करने व सरकारी काम में बाधा डालने का प्रयास किया गया. डुमरी में दो दिन जो माहौल खराब हुआ था, इसमें आरोपी लोगों का ही हाथ था. जिससे उनके ऊपर किसी को शक न हो और वे इमरान की हत्या को नरबलि का रूप दे सके.
पुलिस के अनुसंधान में सामने आयी कि इमरान की हत्या जमीन विवाद में निकटवर्ती लोगों द्वारा ही की गयी. हत्यारों ने ही सबसे ज्यादा पुलिस के खिलाफ नारा लगा कर इस केस को और लोगों को दिगभ्रमित करने का प्रयास किया. गिरफ्तार आरोपियों ने इमरान की हत्या की बात स्वीकार कर ली है. तीनों आरोपियों ने पुलिस के समक्ष जमीन विवाद सहित अन्य विवादों को स्वीकार किया है. पुलिस को बताया कि किस तरह इन लोगों ने डुमरी के एक भगत को बलि का बकरा बनाने का प्लान तैयार किया था. ज्ञात हो कि इमरान की हत्या के उपरांत डुमरी में लोग काफी आक्रोशित हो गये थे और पुलिस एवं प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी करते हुए नरबलि के आरोपी शिवलाल भगत को भीड़ को सौंपने की मांग कर रहे थे.