गोड्डा : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिंहवाहिनी मंदिर के समीप बालू से लदे ट्रैक्टर को 23 की शाम को पुलिस द्वारा जब्त किया गया था. हालांकि दूसरे दिन देर शाम खनन विभाग व पुलिस द्वारा आवश्यक जांच पड़ताल के बाद जब्त ट्रैक्टर को छोड़ दिया गया. जमनी गांव के ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने सभी ट्रैक्टरों को जब्त किया था.
पुलिस को यह सूचना मिली थी कि बालू माफिया सक्रिय है और दिन दहाड़े बंदोवस्त बालू घाट जमनी व लक्ष्मी से लगातार बालू का उठाव बगैर चलान के ही कर रहे हैं. ग्रामीणों का यह आरोप था कि बालू माफिया अधिकांश बार बगैर चलान के ही बालू का उठाव कर रहे हैं. चलान को केवल आइवॉश के लिये ही कर रहे हैं. इससे सरकार को राजस्व की काफी क्षति हो रही है. इसके बाद मुफस्सिल थाना की पुलिस द्वारा ट्रैक्टर को जब्त कर मुफस्सिल थाना लाया गया.
मिली जानकारी के अनुसार जिस समय वाहनों को जब्त किया गया था उस समय चालकों के पास चलान नहीं था. बाद में चलान का दावा किये जाने के बाद पुलिस ने विभाग के समक्ष मामले को रखा. बाद में खनन विभाग ने भी मामले पर पर्दा डालते हुये चलान की जांच करने की जानकारी देकर इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया. इसको लेकर पुलिस व विभाग पर सवालिया निशान उठाये जा रहे हैं.
जुटे लोगों का मानना है कि पुलिस व विभाग दोनों ने मिलकर पर्दा डालने का काम किया है. जब जब्त ट्रैक्टरों को बगैर चलान के ही पकड़ा गया तो किस कारण से उन पर अवैध खनन की प्राथमिकी विभाग ने दर्ज नहीं की या फिर पुलिस द्वारा ही क्यों नहीं कोई कार्रवायी की गयी. दोनों की मिलीभगत से बालू कारोबारियों को छोड़े जाने के बाद सवाल उठने शुरू हो गये हैं.