गोड्डा : जिले में वाटर प्लांट व्यवसायी मानकों को ताक पर रख कर बोतल बंद पानी का करोबार कर रहे हैं. इस कारण सरकार को लाखों की राजस्व क्षति हो रही है. जबकि मामले को लेकर भारतीय मानक ब्यूरो के निदेशक जेए सिद्धीकी ने इस पर आपत्ति जताते हुए स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग झारखंड सरकार के प्रधान सचिव को लिखित रूप से जानकारी दी है.
पत्र में बताया गया है कि जिले में ऐसे वाटर प्लांट कंपनियां हैं जो बगैर आइएसआइ मार्का या सर्टिफिकेट के ही पानी बेच रहे हैं. पत्र में इस बात भी जिक्र किया गया है कि बगैर क्वालिटी कंट्रोल के ही लोगों तक पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है. उन्होंने आवश्यक कार्रवाई पर जोर दिया है.