मेहरमा : मेहरमा प्रखंड के मड़पा पंचायत अंतर्गत मड़पा गांव के अगलगी कांड के मामले में जिला प्रशासन व प्रखंड प्रशासन महज खानापूर्ति में जुटा हुआ है. अगलगी के इस बड़ी घटना में दो बच्चे आशिष कुमार व नेहा कुमारी असयम काल के गाल में समा चुके हैं. बावजूद प्रशासनिक स्तर पर तत्काल राहत के तौर पर मुआवजा का एलान नहीं किया गया.
राहत मिली तो सिर्फ मरहम पट्टी का जो इस घटना में झुलस गये थे. इतनी बड़ी घटना हो गयी लेकिन जनप्रतिनिधियों के द्वारा किसी प्रकार का पहल नहीं किया जाना जनता से कितना प्रेम है इसको दर्शाता है. जिसकों लेकर अगलगी पीडि़त परिवार व मड़पा के ग्रामीणों में रोष है. अगलगी कांड के पीडि़त परिवार अब तक सदमे में है. बावजूद पंचायत प्रतिनिधियों से लेकर विधानसभा प्रतिनिधि भी पीडि़त परिवार से मुंह मोड़े हुए है. यहां तक कि पंचायत की मुखिया बबीता देवी भी पीडि़त परिवारों के बीच नहीं पहंुची.
विधायक अशोक भगत के निर्देश पर पूर्व प्रखंड अध्यक्ष शीतल सिन्हा रविवार को अगलगी पीडि़त परिवार का हाल पूछने पहुंचे. श्री सिन्हा ने बताया कि जो भी सरकारी सहायता बन पड़ेगा वह दिलाया जायेगा. क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता अयोध्या प्रसाद सिंह ने पीडि़त परिवार के बीच दो तिरपाल, कंबल, इमरजेंसी लाइट, पोशाक, एक हजार नकद व दो शाम की भोजन की व्यवस्था करायी. बीडीओ सह सीओ राजीव कुमार ने रविवार को पीडि़त परिवार के बीच महज दो हजार का चेक दिया. इसके अलावा बीडीओ श्री कुमार द्वारा कंबल, साड़ी, धोती, लंुगी पीडि़त परिवार को दिया गया है.