गोड्डा : गोड्डा के आइएमए भवन में गुरुवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इसमें एनआरएचएम की ओर से विभिन्न प्रखंडों से करीब 30 बीटीटी ने हिस्सा लिया, जिन्हें मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने की जानकारी दी गयी. सीएस डॉ सीके शाही ने बताया कि गर्भावस्था धारण करने के बाद 42 सप्ताह तक गर्भवती की देखभाल आवश्यक है. उन्हें स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी देकर जागरूक करें.
सीएस डॉ शाही ने गर्भवती माता के शरीर में खून की कमी, ससमय संस्थागत प्रसव केंद्र में गर्भवती के पहुंचाने व सहिया को गर्भवती की जांच आदि करने को कहा. मौके पर एनआरएचएम के डीपीएम प्रदीप कुमार सिन्हा, रणधीर कुमार, विवेकानंद प्रसाद आदि थे.