गोड्डा : सदर प्रखंड क्षेत्र के चरकाकोल निवासी जयकांत मांझी के एक पुत्र राजा मांझी को एक यूनिट रक्त मिल गया है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के लेवल वन नंबर अंपायर ओपी राय ने रविवार को गांधी मैदान में जेपीएल के फाइलन मैच के समापन के बाद थलेसिमिया से ग्रसित राजा मांझी को रक्तदान कर गोड्डा से कूच कर गये हैं. श्री राय ने बताया कि गोड्डा आना यादगार रहेगा, इसलिए क्योंकि मेरा रक्त किसी वैसे बच्चे के काम आया है. जो रक्त बिना जीवन सफर नहीं कर सक रहा है. उसे ईश्वर हर मोड़ पर साथ दें,
ताकि गंभीर बीमारी से जूझ रहे बच्चे को रक्त के लिए भीख ना मांगना पड़े. गोड्डा वासियों से मेरी गुजारिश होगी कि ऐसे बच्चों के लिए हमेशा आगे बढ़ कर रक्तदान महादान के तर्ज पर दोनों बच्चों को हर माह समय से पूर्व रक्त दिलाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें. बता दें कि रविवार को हाथों मेें बैनर लिये जयकांत मांझी की पत्नी गीता देवी सहित बच्चों द्वारा रक्त के भिक्षाटन किया जा रहा था. राजा मांझी का ब्लड ग्रुप ए प्लस होने से निर्णायक श्री राय का ब्लड ग्रुप मैच होने से उन्होंने बीच मैदान से रक्त देने का वायदा किया था.
थलेसिमिया से ग्रसित दोनों बच्चों के मामले में प्रशासन की चुप्पी हैरत करने वाली है. हर माह उसके माता पिता को रक्त के लिए लोगों के आगे हाथ फैलानी पड़ रही है. यह बहुत ही शर्म की बात है. ऐसे संवेदनशील मामले में शहर में बड़े व्यवसाय करने वालो कों भी आगे आने की जरूरत है. थलेसिमिया से जूझ रहे बच्चों के इलाज के लिए भी ठोस पहल करने की जरूरत है.