– प्रमोद अंबष्ट –
गिरिडीह : पिता से प्रेरित होकर शिक्षा के क्षेत्र को चुना. पठन–पाठन में बचपन से ही रुचि थी. शिक्षकों को पढ़ाते देख काफी अच्छा लगता था. हम बात कर रहे हैं नेहरू मध्य विद्यालय गिरिडीह के प्रभारी प्रधानाध्यापक उदय शंकर उपाध्याय के बारे में.
श्री उपाध्याय कहते हैं कि पिता जी भी शिक्षक थे. पिता जी को पढ़ाते देख मेरे मन में भी बच्चों को पढ़ाने की इच्छा हिलोरें मारने लगी थी. शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने के कारण एक बार राज्य पुरस्कार के लिए नामित भी किया गया. लेकिन किसी कारणवश पुरस्कार नहीं मिल सका. 15 अगस्त 2013 को झंडा मैदान में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में शिक्षण क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर डीसी के हाथों पुरस्कृत हुआ.
श्री उपाध्याय ने 1970 में कुम्हरलालो उवि पीरटांड़ से मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की. 1972 में सिमरिया टीचर ट्रेनिंग कॉलेज से ट्रेनिंग लिया. वहीं वर्ष 1973 में पहली बार शिक्षक के रूप में गावां प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय बेन्डरो में योगदान दिया.
बचपन की तमन्ना पूर्ण होते देख मन में बहुत खुशी हुई. तब से मैंने आज तक पीछे मुड़ कर नहीं देखा और बच्चों को निरंतर पढ़ाते रहा, जो आज भी जारी है. वे कहते हैं कि बच्चों को पढ़ाने में काफी खुशी मिलती है.