गिरिडीह : शिक्षा से आत्मविश्वास पैदा होता है और आत्मविश्वास से स्वावलंबन आता है. यह कहना है आरके महिला कॉलेज, गिरिडीह की सहायक प्राध्यापिका डॉ पुष्पा सिन्हा का. शिक्षा के क्षेत्र को चुनने के बाबत श्रीमती सिन्हा कहती है कि ज्ञान बांटने से और बढ़ता है.
साथ ही बच्चों को पढ़ाने से आत्मसंतुष्टि मिलती है. पढ़ाने के दौरान कई चीजों की जानकारी मिलते रहती है. शिक्षा के बिना स्वच्छ समाज की परिकल्पना असंभव है.
अध्ययन–अध्यापन में गहरी रुचि रखने वाली डॉ पुष्पा सिन्हा ने कहा कि वर्ष 1972 में गिरिडीह से ही मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण की. 1974 में रांची विश्वविद्यालय से आइए, 1976 में बीए (इतिहास प्रतिष्ठा) की परीक्षा उत्तीर्ण की, 1989 में एमए व 1991 में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की.