गांडेय : सरकार शिक्षा के विकास के लिए तरह तरह की योजनाएं चला रही है. लेकिन विभागीय कार्यशैली व अव्यवस्था के कारण बच्चों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है.
मामला चाहे नि:शुल्क पुस्तक वितरण का हो या पोशाक वितरण का. एमडीएम का हो भवन निर्माण का. गांडेय प्रखंड के उमपि पहरमा में भी ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है, जहां बच्चों की 4 हजार 20 रुपये छात्रवृत्ति गायब हो गयी.
अभिभावकों की मानें तो वर्ष 2012-13 में आवंटित छात्रवृत्ति विद्यालय के अध्यक्ष-सचिव द्वारा गबन कर लिया गया है. जिस कारण यहां के बच्चे छात्रवृत्ति के लाभ से वंचित हैं.
विभाग ने भेजी है छात्रवृत्ति की राशि : गांडेय प्रखंड के प्रभारी कल्याण पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि उमवि पहरमा के खाते में पत्रंक 108 दिनांक 5.2.2013 के तहत छात्रवृत्ति की राशि भेज दी गयी है.
विद्यालय में एसटी के आठ व ओबीसी के पांच बच्चों यानी कुल 13 बच्चों के लिए 4 हजार 20 रुपये विद्यालय को भेजी है.