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पड़ाव पर नहीं रुकते टेंपो
समस्या. शहर में नहीं हो रहा है यातायात नियमों का पालन गढ़वा : जिले में होनेवाली सड़क दुर्घटना में सबसे अधिक दुर्घटनाएं टेंपो (ऑटो रिक्शा) से संबंधित हो रही है़ इन दिनों जिले में करीब-करीब प्रतिदिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है़ं गढ़वा शहर सहित पूरे जिले में टेंपो के मार्ग निर्धारण व उनके संचालन को […]
समस्या. शहर में नहीं हो रहा है यातायात नियमों का पालन
गढ़वा : जिले में होनेवाली सड़क दुर्घटना में सबसे अधिक दुर्घटनाएं टेंपो (ऑटो रिक्शा) से संबंधित हो रही है़ इन दिनों जिले में करीब-करीब प्रतिदिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है़ं गढ़वा शहर सहित पूरे जिले में टेंपो के मार्ग निर्धारण व उनके संचालन को लेकर कोई रोकटोक नहीं है़ गढ़वा शहर में ग्रामीण क्षेत्रों से आनेवाले टेंपो को मिला कर करीब 1000 टेंपो फेरा लगाते है़ टेंपो चालक शहर में कहां-कहां से यात्रियों को उठायेंगे, इसके लिए उन पर कोई अंकुश नहीं है़
उपायुक्त, एसडीओ व नगर परिषद स्तर की कई बैठकों के बाद यह तय किया गया कि टेंपो का ठहराव निश्चित नहीं होने की वजह से ट्रैफिक समस्या उत्पन्न होने के साथ-साथ दुर्घटनाएं हो रही है़ं काफी आरोप-प्रत्यारोप के बाद शहर के एक दर्जन स्थान इनके लिए चिह्नित किये गये और तय किया गया कि सिर्फ वहीं से यात्रियों को उठाया जायेगा़ इनमें गढ़वा थाना के समीप, गोविंद उवि गेट के समीप, डॉ आरगुप्ता मेडिकल के समीप, मझिआंव मोड़, अस्पताल चौक आदि शामिल है़ं
सभी स्थानों पर इससे संबंधित बोर्ड भी लगा दिये गये, लेकिन एक दिन भी टेंपो का ठहराव निर्धारित स्थल पर नहीं किया गया है़ बोर्ड लगाने व बैठक में निर्णय लेने के बाद जिला प्रशासन की ओर से भी फिर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया़ नतीजतन टेंपो चालकों को जहां सवारी दिखेगी वे वहीं रोककर उन्हें बैठाने लगते है़ं
90 प्रतिशत टेंपो बिना परमिट के चलते हैं
टेंपों संघ के आंकड़े के अनुसार गढ़वा जिले में करीब 5000 टेंपो है़ लेकिन इनमें से 4500 टेंपो के पास परमिट नहीं है़ 10-10 साल से टेंपो चालक बिना परमिट के ही वाहन चला रहे है़
जब भी टेपो चालकों को परमिट लेने के लिए प्रशासनिक स्तर से दबाव दिया जाता है, उनकी ओर से आंदोलन शुरू कर दिया जाता है़ लंबा समय बीत जाने के कारण बड़ी राशि चुकाने में टेंपो चालक अपने को असमर्थ बताते हैं. टेंपो चालकों के साथ एक और बड़ी समस्या उनका रूट निर्धारण नहीं होना भी है़ टेंपो चालकों को जिस मार्ग की सवारी या सामान मिलता है, वे उसी रूट में घुस जाते हैं. इस प्रकार सबसे ज्यादा परेशानी गढ़वा शहर में होती है़ यहां हाट बाजार वाले दिन टेंपो चालकों की अचानक भीड़ हो जाती है़ गुरुवार को साप्ताहिक हाट के दिन पूरे दिन ट्रैफिक जाम व अराजक स्थिति बनी रहती है़
नाबालिग चालक भी चलाते हैं टेंपो
शहर में परिवहन विभाग व पुलिस प्रशासन के नाक के नीचे ऊपर से नीचे तक यात्रियों को ठसाठस भरकर नाबालिक टेंपो चालक वाहन को चलाते हैं और उन्हें पूछनेवाला कोई नहीं रहता़ गढ़वा शहर में बिना लाइसेंस के नाबालिग चालक धड़ल्ले से यात्री वाहनों को चला रहे हैं.
खासतौर पर रात्रि में ट्रेन के समय तथा सुबह के समय नाबालिग चालक गांवों से यात्रियों को लेकर शहर में घुसते हैं. इस संबंध में नगर परिषद की ओर से नोटिस जारी कर सभी ऑटो रिक्शा एवं टेंपो चालकों को निर्धारित स्थल पर ही यात्रियों को उतारने या बैठाने के निर्देश दिये गये हैं. वहीं इस संबंध में टेंपो चालक मालिक संघ के संरक्षक सूरज कुमार गुप्ता ने कहा कि टेंपो चालकों के ठहराव स्थल के नाम पर जिला प्रशासन द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की गयी है़ उन्होंने टेंपो के लिए बड़े ठहराव स्थल की व्यवस्था करने की मांग जिला प्रशासन से की है़
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