गढ़वा : विश्व हिंदू परिषद की झारखंड प्रदेश कार्यसमिति की तीन दिवसीय बैठक गढ़वा में शुरू हुई. इसमें झारखंड प्रदेश में परिषद के कार्यक्रमों की गहन समीक्षा करते हुए इस पर आगे की कार्य योजना बनायी गयी.
बैठक का उदघाटन विहिप पटना क्षेत्र के संगठन मंत्री राजेंद्र जी, आरएसएस के प्रचारक योगेंद्र जी, स्वामी गोपालानंद बाबा, राज्य के पूर्व डीजीपी बीडी राम व ध्रुवदेव तिवारी ने संयुक्त रूप से भगवान श्रीराम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया. इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में प्रदेश प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए राजेंद्रजी ने कहा कि वर्ष 1969 में अपने स्थापना काल से विहिप देश के 80 करोड़ हिंदू समाज के कठिनाइयों को लेकर आवाज उठाते रहा है. उन्होंने कहा कि दुनिया भर में 125 करोड़ हिंदू हैं.
कई देशों में उनकी दशा काफी खराब है. भारत में भी तुष्टीकरण की राजनीति देश को गुलामी की ओर ले जा रही है. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म है, जबकि हिंदुत्व एक जीवनशैली है. सनातन धर्म की रक्षा के लिए हिंदू एक सैनिक की तरह कार्य करता है. जब देश में हिंदुत्व जीवनशैली शासन व्यवस्था में शामिल था, तो देश विश्व गुरु था. आज तुष्टीकरण की राजनीति ने देश में अनेक समस्याओं को जन्म दिया है. बांग्लादेश से घुसपैठ का मामला हो, अथवा छोटा सा देश पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद पैदा करना, यह हमारे कमजोर शासन का परिचायक है. उन्होंने कार्यकर्ताओं को इस विषम परिस्थिति से देश को उबारने के लिए मातृरक्षा, बहन, गो माता, दुर्गा माता, धर्मग्रंथ एवं मठों की रक्षा करने का आह्वान किया.
बैठक में अतिथि परिचय प्रदेश के सह संगठन मंत्री जीवनजीत दुबे ने तथा संचालन प्रांतीय मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव ने किया. स्वागत भाषण जिलाध्यक्ष बृजबिहारी पांडेय ने किया. इस अवसर पर संघ के प्रचारक अनिलजी, मृत्युंजय सिंह, भाजपा नेता अलखनाथ पांडेय, विनय चौबे, सुभाष प्रसाद केसरी, सतीश कुमार मिश्र सहित राज्य के विभिन्न जिलों से प्रतिनिधि उपस्थित थे.