गढ़वा : शुक्रवार को राज्य के मुखिया रघुवर दास द्वारा प्रस्तुत बजट पर गढ़वा के लोगों ने मिश्रित प्रतिक्रिया दी है. कुछ लोगों ने बजट को सराहा है, तो कुछ ने जनता को गुमराह करने वाला छलावा वाला बजट बताया है.
सेवा निवृत प्रधानाध्यापक कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में घोषणाएं तो करती है, लेकिन उस पर अमल नहीं होता. शिक्षकों की बहाली की घोषणा सराहनीय है. इससे शिक्षा के गुणवक्ता में सुधार होगा. पूर्व शिक्षक जुनाहुद्दीन खान ने कहा कि बजट कुछ हद तक ठीक है ,लेकिन पूरी तरह संतुलित नहीं है. शिक्षा के क्षेत्र के क्षेत्र में सुधार की जरूरत है, जबकि खेलकूद के मामले में कुछ भी नया
नहीं है.
शहर के सहिजना निवासी गृहिणी सीमा मिश्रा और प्रतिमा मिश्रा ने कहा कि बजट में महिलाओं का ख्याल नहीं रखा गया है. उन्हें उम्मीद थी कि घरेलू महिलाओं को महंगाई से मुक्ति मिलेगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं देखने को मिला यह बजट उनके आशा के अनुरूप नहीं है.
वहीं भाकपा माले की राज्य कमेटी सदस्य सुषमा मेहता ने कहा कि रघुवर दास द्वारा पेश किये गये बजट जनविरोधी और लोगों के साथ विश्वासघात है. उन्होंने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से सभी मोरचे पर फेल है और आम जनता के हक में नहीं है. वहीं राजद जिला कोषाध्यक्ष संजय कांस्यकार ने कहा कि यह बजट आम जनता के साथ धोखा है. जनता ने जिस उम्मीद के साथ राज्य में बहुमत की सरकार बनायी उस पर यह बजट सरकार का कुठाराघात है. उन्होंने कहा कि यह बजट भी सिर्फ घोषणा साबित होगी. इस बजट से जनता खुद को ठगी हुई महसूस कर रही है. उन्होंने कहा कि पहली बार राज्य में सबसे अच्छी बजट प्रस्तुत की गयी है.
आजसू के जिला संयोजक सुरज कुमार गुप्ता ने कहा कि बजट ठीक है. बर्शर्ते की यह धरातल पर उतरे और परेशान राज्य की जनता को महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से मुक्ति मिले. उन्होंने बजट को जनहित में बताया.