बड़गड़(गढ़वा) : छत्तीसगढ़ की सीमा पर अवस्थित बड़गड़ प्रखंड के उगरा गांव में 17 हाथियों एक झुंड बुधवार की शाम घुस गया. गांव में घुसने के बाद हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया.
शाम सात बजे से लेकर रात 10 बजे तक हाथियों के झुंड के उत्पात से ग्रामीण अपने गांव छोड़ कर बाहर शरण लेने के लिए मजबूर हो गये. इस दौरान हाथियों ने गांव के भदई कोरवा व अक्षय कुमार सिंह को बुरी तरह घायल कर दिया. गांव के कोरहटी टोला में कई घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया तथा कई घरों में रखे अनाज को तहस-नहस कर दिया. उगरा गांव के कोरहटी टोला निवासी सुरेश लकड़ा, बचई खलखो, दीनवा खलखो, पलु मिंज, बिरेश्वर सिंह आदि के घरों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. वहीं शनिचर उरांव, बंधन उरांव, सिबल उरांव, शिवव्रत उरांव आदि की खेत में लगे फसलों को तहस-नहस कर दिया गया है. ग्रामीण भयवश गांव से बाहर छुपकर हाथियों के उत्पात को सहने के लिए विवश थे.
तीन घंटे तक बीतने के बाद भी जब हाथियों का झुंड गांव से बाहर नहीं निकला, तो अंत में सभी ग्रामीण एकजुट होकर मशाल जलाकर शोर मचाते हुए हाथियों की ओर बढ़े. जिसके बाद हाथी वहां से भागने को विवश हुए. लेकिन तब तक हाथी कई ग्रामीणों को आर्थिक रूप से काफी बर्बाद कर चुके थे. ग्रामीणों के घर के साथ हाथियों ने घर में रखे खाने-पीने व आवश्यकता के अन्य सामान को भी बर्बाद कर दिया है.
हाथियों के गांव से बाहर निकलने के बाद भी ग्रामीणों के बीच इस बात का दहशत है कि हाथी पुन: उक्त गांव में पहुंच सकते हैं. सूचना मिलने के बाद बड़गड़ बीडीओ व रेंजर ने गांव पहुंच कर हाथियों द्वारा किये गये नुकसान का जायजा लिया. विदित हो कि गढ़वा जिले के छत्तीसगढ़ की सीमा से जुड़े गांवों में हाथियों का झुंड लगातार दो महीने से तबाही मचाये हुए हैं. लेकिन किसी गांव में घुस कर हाथियों का इस तरह ग्रामीणों का घर नष्ट करना व उन्हें घायल करने की यह पहली घटना है.
कनहर नदी पार करके आये थे हाथी : 17 गजराजों का यह झुंड कनहर नदी पार करके छत्तीसगढ़ जंगल से भटककर पहुंचा था.
छत्तीसगढ़ की जंगल से अक्सर हाथियों का झुंड झारखंड की सीमा में प्रवेश करते रहता है. इस दौरान ये हाथी किसानों की फसलों को खाने के साथ उन्हें रौंदते हैं. साथ ही सामने किसी के आने पर आदमी का नुकसान भी करते हैं. पिछले दो महीने से लगातार इस प्रकार की घटना घट रही है.