गढ़वा : जिला शिक्षा अधीक्षक जयगोविंद सिंह ने विद्युतीकरण व हैंडपंप लगाने के लिए दी गयी राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं देने के कारण 119 संबंधित शिक्षकों के वेतन निकासी पर रोक लगा दी है.
विदित हो कि विद्युतीकरण के लिए 20 विद्यालयों को 2005-06 में 10-10 हजार रुपये अर्थात दो लाख रुपये दिये गये थे. लेकिन सात वर्ष बीतने के बाद भी उक्त विद्यालयों द्वारा न तो विद्युतीकरण करते हुए उपयोगिता प्रमाण पत्र दिया गया और न ही राशि वापस की गयी.
इन विद्यालयों में मवि सिलिदाग, मवि अधौरा, नगरउंटारी, बुनियादी विद्यालय भवनाथपुर, मवि दौनादाग, मवि रंका, मवि भंडरिया, मवि मझिआंव, मवि मोरबे, मवि कांडी, मवि चिनिया, मवि मेराल, मवि बाना, डीएवी मवि गढ़वा, हरिजन मवि गढ़वा, उर्दू मवि गढ़वा, शालीग्राम मवि गढ़वा, कन्या मवि पीपराकला, मवि टंडवा, मवि कोरवाडीह एवं मवि सोह के नाम शामिल हैं.
इसके अलावा 99 ऐसे विद्यालय हैं, जिन्हें वर्ष 2004-05 में हैंडपंप लगाने के लिए 25-25 हजार रुपये अर्थात 24.75 लाख रुपये दिये गये थे. लेकिन इन विद्यालयों से भी उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं मिल पाया है. डीएसइ ने अपने आदेश में कहा है कि 27 जुलाई तक उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं देने पर जुलाई महीने का वेतन निकासी स्थगित रहेगा. निर्देश की प्रति कोषागार को भी भेज दी गयी है.