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रमकंडा में मलेरिया में अबतक 16 लोगों की मौत, फिर भी नहीं सुधरी स्वास्थ्य व्यवस्था

रमकंडा: पिछले एक सप्ताह में मलेरिया से हुई 16 लोगों की मौत के बाद जिले से लेकर राज्य स्तर तक के अधिकारीयों का दौरा रमकंडा में हो चुका है. लेकिन रमकंडा प्रखंड के सभी मलेरिया प्रभावित लोगों को उचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी है़ जितने भी अधिकारियों ने निरीक्षण किया, सबों ने व्यवस्था […]

रमकंडा: पिछले एक सप्ताह में मलेरिया से हुई 16 लोगों की मौत के बाद जिले से लेकर राज्य स्तर तक के अधिकारीयों का दौरा रमकंडा में हो चुका है. लेकिन रमकंडा प्रखंड के सभी मलेरिया प्रभावित लोगों को उचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी है़ जितने भी अधिकारियों ने निरीक्षण किया, सबों ने व्यवस्था में कमी होने की बात स्वीकार की़ अधिकारियों के निर्देश के बाद भी स्थिति में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है. अभी तक प्रभावित क्षेत्रों में डीडीटी का छिड़काव नहीं हो सका है. वर्तमान में डीडीटी छिड़काव व किट से मरीजों की जांच के लिए सहिया को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वहीं ब्लीचिंग पाउडर भी अभी तक उपलब्ध नहीं हो सके है.
स्वास्थ्यकर्मियों की कमी की स्थिति भी यथावत बनी हुई है़ वादे के अनुसार स्वास्थ्य विभाग मच्छरदानी भी नहीं बांट पाया है़ तय कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को पलामू की मेडिकल टीम रमकंडा नहीं पहुंची. उक्त टीम ने सिर्फ सोमवार को एक दिन कैंप लगाया था़ इस संबंध में पूछे जाने पर डॉ गौतम यादव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से काम में लगा हुआ है़ . धीरे- धीरे स्थिति नियंत्रण में हो जायेगा़.
डीडीसी ने स्वास्थ्य कर्मियों को दिये कई निर्देश : इधर मंगलवार को उप विकास आयुक्त फैज अक अहमद ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रमकंडा व उदयपुर में लगाये गये मेडिकल कैंप का निरीक्षण किया. इसके पूर्व प्रखंड कार्यालय पहुंच कर उन्होंने बीडीओ से स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली. स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण के दौरान डॉ गौतम यादव से मलेरिया से पीड़ित मरीजों के बारे में पूछताछ की़ अब तक डीडीटी का छिड़काव नहीं होने से संबंधित रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश सीएस टी हेंब्रम को दिया़ उन्होंने मच्छरदानी नहीं बांटे जाने पर नाराजगी जाहिर की़ इस दौरान सहिया को घर-घर सर्वे कर किट से मरीजों को जांच करने का निर्देश दिया. डीडीटी छिड़काव की मॉनिटरिंग बीटीटी को करने का निर्देश दिया. उन्होंने उदयपुर स्थित मेडिकल कैंप का भी निरीक्षण किया, जहां डॉ रवि प्रकाश को पंचायत के प्रभावित क्षेत्रों में टोले में जा कर कैंप लगाने का निर्देश दिया. इस मौके पर सीएस टी हेंब्रम, डीपीएम आशुतोष मिश्रा, मलेरिया सलाहकार अरविंद कुमार, बीडीओ विपिन कुमार भारती, डॉ गौतम यादव, बीटीटी धर्मेंद्र कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे़
आरडीडीएच ने मृतक के परिजनों से बात की
आरडीडीएच डॉ यूपी सिन्हा ने भी मंगलवार को मृतकों के घर पहुंचकर मौत के कारणों की जांच की. इसके पूर्व उन्होंने अस्पताल पहुंचकर डॉ गौतम यादव से उपलब्ध दवाइयों व स्वास्थ्यकर्मियों के बारे में जानकारी ली. उन्होंने सहिया से पूछताछ भी की़ इस दौरान सहिया ने बताया कि मौत के बाद अस्पताल में सारी सुविधायें उपलब्ध कराई जा रही है. इसके पूर्व यहां खून जांच, स्वास्थ्यकर्मियों की कमी व दवा उपलब्ध नहीं थी. कोई लैब टेक्नीशियन भी नहीं था. मृतकों के घर पहुंचे आरडीडीएच ने उनके परिजनों से पूछताछ की. इस दौरान मृतक नरेश भुइयां के परिजनों ने बताया कि उन्हें अचानक पेट मे दर्द व बुखार था. जिसके बाद कुछ दवाइया और झाड़फूंक कराया था. वहीं मृतक कुलदीप भुइयां के परिजनों ने बताया कि बुखार आने पर उसे सदर अस्पताल ले गए थे. जहां खून जांच में मलेरिया पाया गया था. इसी तरह मृतक बंधिया देवी के परिजनों ने भी बुखार व दर्द के बारे में बताया. मृतक सोनम कुमारी के पिता पीताम्बर भुइयां ने बताया कि मेदिनीनगर में इलाज कराने ले गए थे. उसे भी मलेरिया हुई थी. लेकिन इलाज के बाद उसकी घर पर मौत हो गई.

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