सरायकेला : चार वर्षों के बाद सरायकेला-खरसावां जिला में मलेरिया नियंत्रण के तहत इस वर्ष मच्छरदानी का वितरण किया जायेगा. मुख्य रूप से मलेरिया जोन के रूप में चिह्नित क्षेत्रों में मच्छरदानी बांटी जायेगी. इसके लिए सरकार द्वारा इस वर्ष 34,223 मेडिकेटेड मच्छरदानी का आवंटन प्राप्त हुआ है.
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चार वर्षों बाद जिले में पहुंची मच्छरदानी, वितरण एक से
सरायकेला : चार वर्षों के बाद सरायकेला-खरसावां जिला में मलेरिया नियंत्रण के तहत इस वर्ष मच्छरदानी का वितरण किया जायेगा. मुख्य रूप से मलेरिया जोन के रूप में चिह्नित क्षेत्रों में मच्छरदानी बांटी जायेगी. इसके लिए सरकार द्वारा इस वर्ष 34,223 मेडिकेटेड मच्छरदानी का आवंटन प्राप्त हुआ है. गौरतलब है कि इससे पूर्व वर्ष 2012 […]
गौरतलब है कि इससे पूर्व वर्ष 2012 में अंतिम बार मच्छरदानी दिया गया था. इसके पश्चात से फिर नहीं दिया गया. मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण नहीं होने से जहां जिले के मलेरिया जोन के रूप में चिह्नित कुचाई, खरसावां व चांडिल में मलेरिया का प्रकोप बढ़ गया था. वहीं आये सरायकेला सदर अस्पताल में आये दिन मलेरिया पीड़ित मरीज पहुंच कर इलाज करा रहे हैं.
140 गांवों में बंटेगी मच्छरदानी : मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण जिले के छह प्रखंडों के अंतर्गत 18 उपस्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से 140 गांवों में 34,223 मच्छरदानी का वितरण किया जायेगा. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ एपी सिन्हा ने बताया कि जिले के खरसावां, कुचाई, राजनगर, चांडिल, सरायकेला, नीमडीह प्रखंड के चिह्नित मलेरिया जोन गांवों में मच्छरदानी का वितरण किया जायेगा, जबकि गम्हरिया व ईचागढ प्रखंड में मच्छरदानी का वितरण नहीं होगा.
इन गांवों में होगा का वितरण : जिले के 140 गांवों में मच्छरदानी का वितरण किया जायेगा. इनमें चांडिल में 15, कुचाई में 51, खरसावां में 25, नीमडीह में 10, राजनगर में 23 व सरायकेला प्रखंड में 16 गांवों में मच्छरदानी का वितरण होगा. मच्छरदानी के लिए लाभुकों का सर्वे एमपीडब्ल्यू व सहिया द्वारा किया जायेगा. प्राप्त मच्छरदानी तीन साइज, छोटा , मध्यम व बड़े साइज में हैं. परिवार के हिसाब से चयन कर मच्छरदानी दिया जायेगा.
मच्छरदानी वितरण कार्य एक दिसंबर से शुरू होगा, जबकि इसके लिए सर्वे 25 से
गम्हरिया व ईचागढ़ प्रखंड में नहीं होगा मच्छरदानी का वितरण
तीन प्रखंड हैं डेंजर जोन
जिले के तीन प्रखंड कुचाई, खरसावां व चांडिल को मलेरिया के डेंजर जोन के रूप में चिह्नित किया गया है. इन तीनों प्रखंडों में मलेरिया का प्रकोप सबसे अधिक रहता है. खासकर बरसात के दिनों में तो स्थिति चिंतनीय हो जाती है.
मच्छरदानी के वितरण के लिए 25 नवंबर से एमपीडब्ल्यू व सहिया सर्वे करेंगी. एक दिसंबर से मच्छरदानी का वितरण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगा.
डॉ एपी सिन्हा, सिविल सर्जन, सरायकेला
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