रसराज रिहा, ममता गयी जेल
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नक्सली से संबंध का मामला. जिला पुलिस की जांच व पूछताछ में खुलासा
रसराज रिहा, ममता गयी जेल ममता रानी भकत के घर से नक्सली साहित्य, परचा बरामद किया गया. मोबाइल की जांच में नक्सली से संबंध की पुष्टि हुई. गालूडीह : नक्सलियों गतिविधियों में संलिप्तता और संबंध की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने मंगलवार की रात जादूगोड़ा थाना के गोपालपुर से हिरासत में लिये ममता रानी […]
ममता रानी भकत के घर से नक्सली साहित्य, परचा बरामद किया गया. मोबाइल की जांच में नक्सली से संबंध की पुष्टि हुई.
गालूडीह : नक्सलियों गतिविधियों में संलिप्तता और संबंध की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने मंगलवार की रात जादूगोड़ा थाना के गोपालपुर से हिरासत में लिये ममता रानी भकत को शुक्रवार को जेल भेज दिया. वहीं नौ मार्च की रात गालूडीह थाना के बड़बिल से हिरासत में लिये गये झाविमो नेता रसराज भकत के खिलाफ सबूत नहीं मिलने पर उन्हें पीआर बांड पर छोड़ दिया गया.
रसराज के मोबाइल की जांच व पूछताछ में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला. पुलिस ने बताया कि रसराज के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं मिले. इसलिए उन्हें छोड़ दिया गया. जरूरत पड़ने पर पुलिस उससे पूछताछ करेगी.
दूसरी ओर ममता रानी भकत के खिलाफ नक्सली संलिप्तता के सबूत मिलने पर पुलिस ने उसके खिलाफ जादूगोड़ा थाना में कांड संख्या 12/16, दिनांक 11 मार्च 16, भादवि की धारा 17 सीएलए एक्ट (1) और (11) के तहत मामला दर्ज कर शुक्रवार की शाम में जेल भेज दिया. पुलिस ने बताया कि ममता रानी भकत के घर से छापामारी के दौरान नक्सली साहित्य, परचा बरामद हुआ था. मोबाइल खंगालने पर उसके नक्सलियों से संबंध होने की पुष्टि भी हुई. इसी आधार पर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया.
रसराज भकत के खिलाफ सबूत नहीं मिले, पीआर बांड पर छोड़ा गया
ममता रानी भकत के घर से नक्सली साहित्य, परचा बरामद हुए थे. मोबाइल खंगालने पर नक्सलियों से उसके संबंध की पुष्टि हुई है. प्राथमिकी दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया. रसराज भकत के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले. उन्हें रिहा कर दिया गया है.
-अजीत कुमार विमल, डीएसपी, मुसाबनी
जांच के घेरे में कई लोग,नेटवर्क का पता चला
ममता रानी भकत से पूछताछ और मोबाइल खंगालने के बाद पुलिसिया जांच के घेरे में कई लोग आ रहे हैं. नक्सलियों के नाम पर लेवी वसूलने के मामले में एक नेटवर्क काम कर रहा है. इसका पता पुलिस ने लगाया है. इसकी पुष्टि मुसाबनी के डीएसपी अजीत कुमार विमल ने की है. उन्होंने बताया कि मोबाइल खंगालने के बाद कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. दबंग और शरारती तत्व शामिल:
पुलिसिया जांच में यह बात सामने आ रही कि नक्सलियों के नाम पर लेवी वसूली में दबंग, अापराधिक व शरारती तत्व के लोग अधिक शामिल हैं. ठेकेदार, पत्थर, बालू माफिया, लकड़ी का कारोबार करने वाले एवं गांव के दबंग किस्म के लोग नक्सलियों का धौंस जमा कर इस खेल में शामिल हैं. जांच में यह बात भी सामने आ रही कि बीहड़ गांवों के कुछ लोग खुद को नक्सली का आदमी बता कर भी वसूली कर रहा है. मोबाइल के जरिये पूरे नेटवर्क का पता चल रहा है. पुलिस का मानना है कि इस पर जल्द ही पुलिस अंकुश लगायेगी.
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