रानीश्वर : महिशबाथान को सरकारी दुर्गापूजा की तैयारी अंतिम चरण में है़ दुमका जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर की दूरी पर तथा प्रखंड मुख्यालय से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है़ महिशबथान गांव के बीच दुर्गा मंदिर है़ यहां की दुर्गापूजा सरकारी तौर पर होती है. पूजा कमेटी के मुख्य सेवाइत रानीश्वर के अंचलाधिकारी है़
मयुराक्षी नदी के किनारे प्रकृति की गोद में बसा महिशबाथान गांव का दुर्गापूजा 169 साल पूरा किया़ 1847 में हेतमपुर के राजा कृष्ण चंद्र चक्रवर्ती के पिता विप्रदास चक्रवर्ती ने दुर्गापूजा शुरू की थी. उस समय यह इलाका वीरभूम जिले के अधीन था़ देश आजाद होने के बाद वर्ष 1956 में जमींदारी प्रथा उन्मूलन हो जाने के बाद महिशबाथान कचहरी तथा दुर्गापूजा तत्कालीन बिहार सरकार के अधीन चला गया था़
उस समय से यहां के दुर्गापूजा का मुख्य सेवाइत रानीश्वर के अंचलाधिकारी के देख-रेख में शुरू हुई थी. यह परंपरा आज भी जारी है़ गांव के लोटन मंडल के वंशज दुर्गापूजा के लिए प्रतिमा, ढाक व प्रतिमा विसर्जन का खर्चा उठाते हैं. पूजा में गांव के सभी लोग शामिल होते हैं. दुर्गापूजा में ग्रामीणों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है़