18 सूत्री मांगों को लेकर भाकपा–माले ने दिया धरना
काठीकुंड : संताल परगना काश्तकारी अधिनियम की रक्षा व उसका सख्ती से अनुपालन कराने सहित विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी मार्क्सवादी–लेनिनवादी ने प्रदर्शन किया. माले नेताओं ने इससे पूर्व रैली निकाली व प्रखंड कार्यालय पहुंचकर सभा में तब्दील हो गयी.
प्रदर्शनकारी माले कार्यकर्ताओं ने प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे डीसी हर्ष मंगला को ज्ञापन सौंपा. 18 सूत्री मांगों वाले इस ज्ञापन में आदिवासियों–मूलवासियों के जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया बंद कराने, हड़पी गयी जमीन वापस दिलाने, 1932 के खतियान के आधार पर सरकारी पदों पर बहाली को प्राथमिकता देने, एसपीटी एक्ट में छेड़छाड़ बंद करने, वन अधिकार कानून के तहत आदिवासियों–मूलवासियों को पहाड़ व जंगलों में दखल दिलाते हुए पट्टा निर्गत करने, सतन बेसरा की गिरफ्तारी के मामले में जांच कराने, गुड़ैत, जोगमांझी, नायकी, कुड़ाम, पाराणिक, जग पाराणिक को मानदेय देने, बिछियापहाड़ी के जमनी गांव में जमाबंदी जमीन को मुक्त कराने, दामिन कोह क्षेत्र से पत्थर उत्खनन पर रोक लगाने, बीपीएल का फिर से सर्वे कराने, मध्याह्न् भोजन कर्मियों की सेवा को स्थायी कर उनके मानदेय का भुगतान सीधे उनके खाते में भेजने की मांग प्रमुखता से की गयी. साथ ही विधवा, विकलांग व असहाय महिला–पुरुषों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन की गारंटी देन, पहाड़–जंगल पर निर्भर लोगों को कंपनी पर आने–जाने से पुलिस न रोके.प्रदर्शन में माले के जिला कमेटी सदस्य सुभाष मंडल, प्रखंड सचिव होपा किस्कू, पलटन हांसदा, विनोद हांसदा, बिटिया मांझी, शोभा सोरेन, भुंडा बास्की, बाबूलाल राय, रविलाल हांसदा आदि मौजूद थे.