– सिर को कमरे में ताखे पर रख दिया
– पत्नी ने कहा : पति की मानसिक स्थिति ठीक नहीं
– ओझा को तलाश रही पुलिस
नोनीहाट (दुमका) : दुमका जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र के भदवारी गांव में ओझा-गुणी के चक्कर में फंसकर एक व्यक्ति ने अपनी पांच साल की बेटी को कुदाल से काट दिया और उसका सिर धड़ से अलग कर दिया. खबर है कि उसने हत्या के बाद उसका खून भी पी लिया. यह घटना हंसडीहा के मोहबन्ना भदवारी दास टोला की है.
घटना सुबह आठ बजे की है. बताया यह भी जा रहा है कि गरीबी के कारण चार बच्चियों का गुजारा वह नहीं कर पा रहा था. इस बात की पुष्टि दुमका एसपी ने भी की है. उधर, जिस वक्त उसने इस घटना को अंजाम दिया, उस वक्त बच्ची की मां घर का सामान खरीदने के लिए हटिया गयी हुई थी.
बच्ची की दादी भी घर पर नहीं थी. हत्यारे बाप पूसवा दास को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हत्या में प्रयुक्त कुदाल भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. बताया जा रहा है कि जब पूसवा अपनी बेटी की नृशंस तरीके से काटने जा रहा था, तब लोगों ने उसकी चीख सुनी थी. लेकिन लोग कुछ समझ पाते और उसके घर तक पहुंचते, तबतक वह उस मासूम बच्ची को काट चुका था.
पूसवा ने बेटी के सिर-धड़ को अलग कर दिया था तथा सिर को घर के अंदर एक कमरे के ताखे में रख दिया था. जिस जगह उसने बेटी को काटा, वह जगह रक्त -रंजित हो गयी थी.
घटना के बाद ग्रामीणों ने पूसवा को पकड़ कर एक पेड़ से बांध दिया और जब पुलिस इंस्पेक्टर आरएस तिग्गा एवं हंसडीहा थाना प्रभारी एसपी सिंह गांव पहुंचे, तो उसे उनके हवाले कर दिया. लाश को पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेज दिया गया है. पूसवा की पत्नी ने बताया कि उसके पति की मानसिक हालत ठीक नहीं है.
अन्य बेटियों की भी पड़ जाती बलि !
पड़ोस में रहने वाली पद्मा देवी ने बताया कि पुसवा की चार बच्चियां है. उसने अपनी सभी बच्चियों को बिस्कुट और पावरोटी देने का लालच देकर घर के अंदर बुलाया था, लेकिन उनमें केवल सबीता ही उसके बुलाने पर पहुंची, जबकि अन्य बच्चियां खेलने निकल गयीं. इसी के बाद सबीता को पुसवा ने काट डाला.
बेटे की चाहत में ओझा-गुणी का चक्कर !
हंसडीहा के मोहबन्ना भदवारी दास टोला की घटना में पुलिस बच्ची के नाना जमना दास एवं उस ओझा को तलाश रही है, जिसे लेकर जमना दास कल गांव पहुंचा था. पुसवा ने यह बात कबूल किया कि उसने अपनी बेटी को मार डाला. उसने कहा कि उस वक्त उसे होश नहीं था. ‘देवी’ उसके सिर पर सवार थी.
उसने बताया कि पहले उसने बेटी के गर्दन पर कुदाल से वार किया. बाद में सब्जी काटने वाले हसुआ से उसकी गर्दन को धड़ से रेत कर अलग कर दिया. पुसवा की पत्नी लूखरी देवी ने बताया कि सालभर पहले उसकी मानसिक स्थिति गड़बड़ा गयी थी. उस वक्त झाड़-फूंक हुआ था.
तब उसकी स्थिति ठीक हो गयी थी. पिछल एक सप्ताह से वह फिर वैसी हरकतें करने लगा. इसीलिए ओझा-गुणी को बुलाया गया था. चर्चा यह भी है कि अंधविश्वास में फंसे चार बेटियों के बाप पुसुवा को बेटे की चाहत थी. घरवाले भी बेटे की चाह रखे हुए थे. ठेला चलाकर परिवार चलाने वाला पूसवा ने ओझा के चक्कर में फं सकर अपनी चार में से तीसरी बेटी सबीता को काट डाला.
गरीबी का मामला : एसपी
दुमका जिले के एसपी निर्मल कुमार मिश्र ने कहा है कि यह ओझा गुणी का मामला नहीं गरीबी का मामला है. पिता ने गरीबी से तंग आकर अपने बच्चे को मौत के घाट उतार दिया है. वह ठेला चलाने का काम करता था, वह ठेला उसका भी नहीं था. पुलिस ने पिता के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है.