दुमका :दुमका के संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हुआ है. मारपीट व हंगामे की स्थिति पैदा होने के बाद यहां के हिजला स्थित संप्रेक्षण गृह से छह किशोर दिन के उजाले में ही भाग निकले. दो के तो अभिभावक भी पहुंचे हुए थे, उनकी आंखों के सामने ही बच्चे भागे. भागे […]
दुमका :दुमका के संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हुआ है. मारपीट व हंगामे की स्थिति पैदा होने के बाद यहां के हिजला स्थित संप्रेक्षण गृह से छह किशोर दिन के उजाले में ही भाग निकले. दो के तो अभिभावक भी पहुंचे हुए थे, उनकी आंखों के सामने ही बच्चे भागे. भागे सभी छह किशोर रेप मामले में यहां बंद थे. बाकी दो काठीकुंड व हंसडीहा में रेप के मामले ही पकड़े गये थे.
डरे-सहमे थे सभी किशोर : गुरुवार की शाम से ही देवघर के कुछ किशोरों द्वारा दुमका के किशोरों को डराया-धमकाया जा रहा था और मारने की धमकी दी जा रही थी.
रात के वक्त ही मामला बढ़ गया था, तब गृहपति ने डरे-सहमे कुछ किशोरों को एक कमरे में बंद कर दिया था. सुबह सबकुछ सामान्य रहा. नाश्ता भी सबने मिल कर खाया, लेकिन बाद में फिर नोकझोंक व हंगामे जैसी स्थिति पैदा हो गयी. आधे दर्जन किशोर देवघर के किशोरों के दबंग रवैये से डरे-सहमे थे, वे एक जगह बैठ गये.
इधर, अंदर बंद देवघर के किशोरों ने नारेबाजी शुरू कर दी. गेट पर लात मार-मार कर उसे तोड़ने की बात कहने लगे, इतने में जब तक गृहपति व अन्य लोग उन्हें समझाते-शांत कराते, तब तक अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित ये छह किशोर गेट खुला रहने का फायदा उठाकर भाग निकले. सभी फरार किशोर दुमका के ही रहनेवाले हैं.
घटना की सूचना दी गयी, तो पुलिस भी पहुंची. डीएसपी एवं डीएसडब्लयूओ भी पहुंचे और घटना की जानकारी ली. कुछ के परिजनों ने फरार किशोरों के घर पहुंचने पर उन्हें वापस लेकर आने की बात कही है. बहरहाल इस मामले में थाने में सनहा दर्ज कराया गया है.