दुमका : दुमका पुलिस ने इस जघन्य कांड में त्वरित कार्रवाई की और जनता का विश्वास खोने नहीं दिया. घटना के तुरंत बाद से ही पुलिस बेहद सक्रिय हो गयी और चंद घंटे बाद ही चार लड़के को हिरासत में ले लिया. उसके बाद घटना में शामिल लड़के पकड़ाते चले गये. एक को तो पाकुड़ […]
दुमका : दुमका पुलिस ने इस जघन्य कांड में त्वरित कार्रवाई की और जनता का विश्वास खोने नहीं दिया. घटना के तुरंत बाद से ही पुलिस बेहद सक्रिय हो गयी और चंद घंटे बाद ही चार लड़के को हिरासत में ले लिया. उसके बाद घटना में शामिल लड़के पकड़ाते चले गये. एक को तो पाकुड़ जिले से गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य लड़के आसपास गांव में ही थे.
आठ गांवों के 16 लड़कों की गिरफ्तारी में चार थानों की पुलिस लगी हुई थी. एसपी मयूर पटेल तथा डीएसपी अशोक कुमार सिंह के अलावा मुफस्सिल के थाना प्रभारी बीके सिन्हा, टाउन के मनोज ठाकुर, जामा के संजय मालवीय इसमें लगे हुए थे. बीते रात डीआइजी अखिलेश कुमार झा भी मुफस्सिल थाना पहुंचे थे और कार्रवाई की अद्यतन जानकारी हासिल की थी. इतनी बड़ी घटना के दूसरे ही दिन लगभग सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिये जाने से पुलिस के आला अधिकारी भी राहत की सांस ले रहे हैं.
लफंगों की टोली पर शिकंजा कसने की जरूरत
दुमका. दुमका में शाम ढलते ही कुछ लफंगे किस्म के युवक दोपहिया वाहनों से शहर व आसपास के इलाकों में छिटपुट घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं. ऐसे लफंगों की टोली पर नजर रखने, उन पर कार्रवाई करने की मांग उठती रही है. खास कर उन राहों पर ऐसे लड़के अड्डा जमाये होते हैं, जिनसे छात्राओं का स्कूल, कॉलेज अथवा कोचिंग आना-जाना होता है.
घटना ने गैंगरेप के पुराने मामलों की दिला दी याद
चार साल पहले पाकुड़ के लबदा घाटी मिशन की चार छात्राओं से हुआ था दुष्कर्म
वारदात में 15-20 लोगों के नाम सामने आये थे
पाकुड़ के मालपहाड़ी में एक युवती चार युवकों के हैवानियत की बनी थी शिकार
गोड्डा के बवना गांव में एक नाबालिग छात्रा से आधे दर्जन युवाओं ने किया था गैंगरेप
वहीं ललमटिया में भी तीन किशोरियों को आधे दर्जन से अधिक युवकों ने हवस का बनाया था शिकार