दुमका : अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव और हावड़ा के पूर्व सांसद हन्नान मौला ने कहा कि भाजपा सरकार कॉरपोरेट घरानों और पूंजीपतियों की इतनी हिमायती है कि महज 200 पूंजीपति घरानों को एनपीए व करों में राहत के तौर पर उसने 6.8 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिया, लेकिन किसानों का कर्ज वह माफ नहीं कर पा रही. सरकार अगर तीन लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर देती तो 200 नहीं 80 करोड़ किसानों का पूरा का पूरा कर्ज माफ हो जाता.
प्रभात खबर से बातचीत में हन्नान मौला ने कहा कि राइटविंग पॉलिसी पर चलने वाली भाजपा जैसी राजनीतिक पार्टियां आमलोगों का उद्धार नहीं कर सकती. वह उद्धार कर सकती है तो पूंजीपतियों का-उद्योगपतियों का. आज आम जनता-छोटे कारोबारी सरकार से त्रस्त हैं, पर देश-विदेश के कॉरपोरेट खुश हैं. उन्होंने कांग्रेस पर भी प्रहार किया और कहा कि कांग्रेस पैर खींचकर चल रही थी, पर मोदी तेज गति में जनविरोधी नीतियों को आगे बढ़ा रहे हैं. उनके कहे अनुसार अब तक न तो किसी के खाते में पंद्रह लाख रुपये आये,
न हर साल 2 करोड़ लोगों को नौकरी मिली और न ही खेती करने वालों की आमदनी दुगुनी हुई. हन्नान मौला ने कहा कि अगले दो वर्षो में हम जनमत तैयार करके और जन दवाब बनाकर इस सरकार को फिर से सत्ता में आने से रोकने की पहल करेंगे. जनवादी तरीके से हम मुद्दों को जनता के बीच लेकर जायेंगे. जनता को सचेत करेंगे तथा विपक्षी दलों में सहमति कायम कर उसकी करतूतों को एक्सपोज करेंगे.