धनबाद: स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारियों के लाख प्रयास के बावजूद टेलीफोन रोड स्थित एसएसएलएनटी अस्पताल को खोलने में ठोस पहल नहीं की जा रही है. पहले की तरह चिकित्सक देरी से आने व जल्दी जाने के फॉमरूले पर ही काम कर रहे हैं.
चिकित्सकों के समय पर नहीं आने से कर्मचारी भी देर से ही आते हैं. स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव ने पीएमसीएच अधीक्षक को तत्काल इंडोर सेवा शुरू करने का आदेश दिया था, आनन-फानन में अधीक्षक ने अस्पताल में इंडोर सेवा के लिए एक दर्जन बेड तो लगवा दिये, लेकिन चिकित्सक नदारद रहते हैं. ऐसे में ओपीडी में मरीजों की संख्या 10-15 से ऊपर नहीं जा रही है. यहां फिलहाल गायनी व नेत्र रोग से संबंधित चिकित्सकों की डय़ूटी दी गयी है. ओपीडी सुबह नौ से तीन बजे तक चलाना है.
खाली चिकित्सकों की कुर्सियां : दोपहर डेढ़ बजे : एसएसएलएनटी अस्पताल में ओपीडी सेवा से पहले ही चिकित्सक चले गये थे. गायनी में डॉ अनिता वर्णवाल, डॉ सीमा साहू व डॉ अन्नपूर्णा एवं नेत्र रोग में डॉ बीबी महतो की डय़ूटी थी. कर्मचारी भी गेट में ताला लगा कर जा रहे थे. प्रभात खबर की टीम देख कर कर्मचारियों ने गेट फिर से खोल दिया. कहा कि डॉक्टर चले गये हैं, ऐसे में हमें यहां रहने से कोई फायदा नहीं.
एंबुलेंस मिला तो चालक नहीं : सरकार के आदेश के बाद पीएमसीएच प्रबंधन ने एसएसएलएनटी अस्पताल के एक एंबुलेंस उपलब्ध कराया है. लेकिन इसके लिए चालक नहीं मिले हैं. ऐसे में एसएसएलएनटी की ओर से पीएमसीएच प्रबंधन से एंबुलेंस के लिए चालक की मांग की गयी है. दूसरी ओर मुख्यालय ने वेतन सहित विभिन्न मदों में एसएसएलएनटी के लिए ढाई करोड़ रुपये भेजे हैं.
एसएसएलएनटी अस्पताल के ओपीडी को सुचारु रुप से चलाना है. डय़ूटी में समय का पालन करना जरूरी है. लापरवाही करने पर कार्रवाई होगी. अस्पताल के लिए उपकरण मंगाये जा रहे हैं. दवा के लिए भी राशि निर्गत की गयी है.
डॉ के विश्वास, अधीक्षक पीएमसीएच, धनबाद.