धनबाद: विभावि अंतर्गत निजी बीएड कॉलेजों की परीक्षा कराने के मामले में फैसला दो दिनों के लिए टल गया है. रांची उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एनएन तिवारी के खंडपीठ में चल रहे इस मामले में बुधवार को हुई सुनवाई के दौरान विभावि के अधिवक्ता ने कोर्ट से इस संबंध में एक सप्ताह का समय मांगा कि इस दौरान स्थिति से न्यायालय को अवगत करा दिया जायेगा.
लेकिन माननीय न्यायाधीश ने स्पष्ट किया कि मामला चूंकि परीक्षा से जुड़ा है, इसलिए सप्ताह भर का समय नहीं दिया जा सकता. 14 मार्च को इस संबंध में अंतिम रूप से फैसला हो जायेगा.
क्या है मामला : विषयवार निर्धारित कोटे से अधिक नामांकन लेने के मामले पकड़े गये विभावि के तमाम 26 बीएड कॉलेजों की परीक्षा पर विभावि प्रबंधन ने रोक लगा दी है. बाकी अंगीभूत कॉलेजों के लिए 25 मार्च से परीक्षा है. ऐसे में विभावि अंतर्गत निजी बीएड कॉलेजों में अध्ययनरत 1840 परीक्षार्थियों के भविष्य पर संकट की स्थिति है. धनबाद में छह निजी बीएड कॉलेजों में अध्ययनरत 650 स्टूडेंट्स का भविष्य भी इससे जुड़ा हुआ है.
क्या था रांची विश्वविद्यालय का निर्णय : विश्वविद्यालय ने गलती करने वाले तमाम बीएड कॉलेजों को आर्थिक दंड के साथ इस चेतावनी पर परीक्षा ले लेने की इजाजत दी थी कि इस तरह की गलती और पकड़ायी तो कॉलेज की मान्यता समाप्त कर दी जायेगी.
धनबाद के कौन-कौन से कॉलेज : गुरुनानक बीएड कॉलेज धनबाद , अल इकरा टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज टुंडी रोड गोविंदपुर, राजीव गांधी बीएड कॉलेज डिगवाडीह, धनबाद टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, तथागत टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज जोड़ापीपल बरवाअड्डा व विश्वेश्वरैया बीएड कॉलेज गोविंदपुर. सभी की स्टूडेंट्स क्षमता सौ है. अलक्ष्करा की 150 है.