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विवादों के बीच तीन निर्विरोध निर्वाचित घोषित
सुनील-अध्यक्ष, गोपाल-सचिव व दीपक-कोषाध्यक्ष बने धनबाद-बरवाअड्डा : बाजार समिति चेंबर का चुनाव रविवार को बाजार प्रांगण में हुआ. सुनील कुमार अग्रवाल (मिट्ठू) अध्यक्ष, गोपाल अग्रवाल (महुआ फॉर्म) सचिव व दीपक कुमार कटेसरिया कोषाध्यक्ष निर्विरोध चुने गये. नामांकन भरने की अंतिम तिथि तीन फरवरी व नाम वापसी चार फरवरी को थी. लेकिन मात्र तीन लोगों ने […]
सुनील-अध्यक्ष, गोपाल-सचिव व दीपक-कोषाध्यक्ष बने
धनबाद-बरवाअड्डा : बाजार समिति चेंबर का चुनाव रविवार को बाजार प्रांगण में हुआ. सुनील कुमार अग्रवाल (मिट्ठू) अध्यक्ष, गोपाल अग्रवाल (महुआ फॉर्म) सचिव व दीपक कुमार कटेसरिया कोषाध्यक्ष निर्विरोध चुने गये. नामांकन भरने की अंतिम तिथि तीन फरवरी व नाम वापसी चार फरवरी को थी. लेकिन मात्र तीन लोगों ने ही नामांकन किया.
लिहाजा आम सभा में चुनाव पदाधिकारी गुलाब सिंह कुशवाहा ने तीनों प्रत्याशियों को बाजार समिति चेंबर की बागडोर सौंप दी. संरक्षक सह चुनाव पदाधिकारी गुलाब सिंह कुशवाहा, राम किशन अग्रवाल व राम अवतार गोयल की देखरेख में चुनाव हुआ. मौके पर पूर्व अध्यक्ष विनोद गुप्ता, पूर्व सचिव विकास कंधवे, प्रवीण गोयल सहित काफी संख्या में व्यवसायी उपस्थित थे. इसके पहले 29 जनवरी को आम सभा में हो-हंगामा के बाद चुनाव रद्द कर दिया था.
तीन फरवरी को बाजार प्रांगण में बैठक हुई थी. पूर्व अध्यक्ष विनोद गुप्ता, सचिव विकास कंधवे व मनोज अग्रवाल के साथ दावेदार सुनील कुमार अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल व दीपक कुमार कटेसरिया भी शामिल हुए. लंबे दौर तक बातचीत चली, लेकिन सहमति नहीं बनी. बैठक में एक गुट को अध्यक्ष एवं दूसरे गुट को सचिव व कोषाध्यक्ष पद देने की पेशकश की गयी. जिसे विनोद गुप्ता ने ठुकरा दिया गया. उन्होंने अध्यक्ष के साथ सचिव पद की भी मांग की. विवाद बढ़ता देख संरक्षक गुलाब सिंह कुशवाहा एवं रामू अग्रवाल ने बैठक स्थगित कर चुनाव कराने की घोषणा कर दी थी.
बाजार समिति चेंबर के सदस्य हैं 300 दुकानदार
बाजार समिति चेंबर में 300 सदस्य हैं. हालांकि शुक्रवार तक मात्र 124 दुकानदारों ने ही नो ड्यूज क्लियर किया था. हालांकि चुनाव की नौबत नहीं आयी.
पुरानी कमेटी ने लगाया धांधली का आरोप
चेंबर के पूर्व अध्यक्ष बिनोद गुप्ता, सचिव विकास कंधवे ने चुनाव पर्यवेक्षक सह संरक्षक गुलाब सिंह कुशवाहा, रामू अग्रवाल पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया. कहा कि किसी ने नामांकन नहीं कराया था. आम सहमति की बात चल रही थी. फिर बिना नामांकन कैसे नये पदाधिकारियों की घोषणा कर दी गयी? हां यह सच है कि शुक्रवार को आम सहमति के लिए बैठक बुलायी गयी थी, लेकिन सहमति नहीं बनी. रविवार को सहमति पर बात होनी थी. लेकिन संरक्षक ने साजिश तहत तीन लोगों के नाम की घोषणा कर दी.
नामांकन की प्रक्रिया पूरी की गयी : संरक्षक
संरक्षक गुलाब सिंह कुशवाहा ने कहा कि नामांकन की प्रक्रिया पूरी की गयी थी. 29 जनवरी को नामांकन रद्द होने के बाद सिस्टमेटिक ढंग से बाजार प्रांगण में नोटिस घुमवाया गया. नामांकन भरने की तिथि, नाम वापसी व चुनाव की तिथि सभी का नोटिस में जिक्र किया गया था. आरोप निराधार है.
दुकान भाड़ा मामले पर करेंगे आंदोलन : अध्यक्ष
नवनिर्वाचित अध्यक्ष सुनील कुमार अग्रवाल व सचिव गोपाल अग्रवाल ने कहा कि सबको साथ लेकर बाजार समिति की समस्याओं को वरीय पदाधिकारियों के समक्ष रखेंगे. बाजार समिति के व्यवसायियों की सुरक्षा, सफाई व्यवस्था, शौचालय व पानी की समस्या को दूर करने का प्रयास करेंगे. दुकान का भाड़ा सबसे बड़ा मुद्दा है. दो रुपये से बढ़ाकर पांच रुपये वर्ग फुट किया जा रहा है. जून से लागू होना है. इसका जोरदार विरोध होगा.
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