धनबाद/केंदुआ: केंदुआ से अपहृत नारायण मोदी (कोल कारोबारी गणोश अग्रवाल का मुंशी) को पुलिस दबिश के कारण अपहर्ताओं ने घंटे भर में मुक्त कर दिया. पुलिस ने अपहरण में शामिल सहदेव यादव (जामाडोबा) को बाइक (जेएच 10 पी- 6844) के साथ गिरफ्तार किया है. मामले में शामिल कुणाल उर्फ शमशेर (लोयाबाद पावर हाउस) व मुस्तकीम (जमाडोबा) फरार है.
कुणाल ही घटना का मास्टर माइंड है. घटना में अन्य कई के भी नाम आ रहे हैं. डीएसपी (लॉ एंड आर्डर) अमित कुमार के नेतृत्व में उनकी स्पेशल टीम ने घंटे भर में मामले का खुलासा कर सफलता हासिल की है. डीएसपी के अनुसार गिरोह में शामिल लोग वासेपुर गैंग्स से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं.
डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि बलियापुर पायनियर काबरेनेट एंड फेरोलाइज कंपनी आमाघाटा गोविंदपुर धनबाद के मालिक कोल व्यवसायी गणोश अग्रवाल का मुंशी नारायण मोदी लोयाबाद से अपने घर धनबाद लौट रहा था. शाम साढ़े सात बजे केंदुआ पुल ट्रेकर स्टैंड के समीप से बाइक समेत उसका अपहरण कर लिया गया. कुणाल व मुस्तकीम खुद नारायण की बाइक पर बैठकर उसे काबू में कर लिया और धनबाद की तरफ बढ़े. कुणाल ने अपनी बाइक सहदेव को दे दी. गया पुल के समीप बाइक का ईंधन खत्म हो गया. वहां पंप में तेल भराया गया. फोन कर फिरौती की मांग की जाने लगी. पीछे से कोल कारोबारी का दूसरा मुंशी आ रहा था. उसने घटना को देखा. उसने मालिक और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने चेकिंग अभियान शुरू कर दिया.
कुणाल की बाइक चला रहा सहदेव केंदुआडीह में चेकिंग के दौरान पकड़ा गया. कोल कारोबारी के दूसरे मुंशी ने उसे पकड़वाया. पुलिस सख्ती के बाद उसने अपहरण का मामला बताया. पुलिस टीम कुणाल के घर पहुंच परिजनों पर दबिश बनाने लगी. इधर मुंशी नारायण मोदी को बाइक में बैठा कुणाल वासेपुर से भूली होकर लोयाबाद की ओर ही ला रहा था. मोबाइल से उसे सूचना मिली कि सहदेव पकड़ा गया और पुलिस चारों ओर चेकिंग कर रही है. कुणाल व मुस्तकीम ने कोल कारोबारी के मुंशी को बाइक समेत भूली में छोड़ दिया. मुंशी अपनी बाइक से बैंक मोड़ थाना पहुंचा और मामले की जानकारी दी. तब डीएसपी के नेतृत्व में टीम लोयाबाद व जोगता में छापामारी कर रही थी.
गणोश अग्रवाल लोयाबाद कोक प्लांट में 15 वर्षो से हार्डकोक का डीओ उठाते हैं. विगत एक माह से मुस्तकीम नामक शख्स खुद को कभी फहीम खान तो कभी उसके बेटे प्रिंस खान का आदमी बता फोन कर परेशान करता था. मुंशी नारायण मोदी को धमकाता था.