चिरकुंडा/धनबाद: नयी दिल्ली से हावड़ा जा रही दूरंतो एक्सप्रेस बुधवार सुबह बराकर स्टेशन के पास बड़ी दुर्घटना से बच गयी. ट्रेन के आठ डिब्बों के वैक्यूम पाइप व एयर रिजर्वर टूट जाने के बाद भी चालक व कोच अटेंडेट की सतर्कता से ट्रेन को बराकर स्टेशन पर रोकने में कामयाबी मिली.
मरम्मत के बाद ट्रेन साढ़े चार घंटे बाद हावड़ा के लिए रवाना किया गया. सूचना पाकर एडीआरएम एके शुक्ला, सीनियर डीएमइ सुमन राज, सीवाइएम दिलीप कुमार बराकर व ट्रैफिक के अधिकारियों ने स्टेशन पहुंच कर जांच की. इस दौरान विभिन्न डाउन ट्रेनों का परिचालन दूसरी रेल लाइन से हुआ. घटना की विभागीय जांच के आदेश दिये गये हैं.
दो कर्मी घायल : ट्रेन की गति से उड़े पत्थरों से कैंटीन कर्मचारी शक्ति सिंह और शंटिंग मैन शांति बाउरी घायल हो गये. यदि ट्रेन डिब्बे आपस में टकराते तो बड़ी घटना हो सकती थी. स्टेशन पर मौजूद रेलकर्मियों ने बताया कि बुधवार की सुबह लगभग 05:48 बजे डाउन दूरंतो एक्सप्रेस बराकर स्टेशन से गुजर रही थी. उस समय उसकी गति सवा सौ किलोमीटर प्रति घंटे रही होगी.
अचानक एस छह का एयर रिजर्वर टूट गया और एक सिरा स्लीपरों से रगड़ाने लगा. इसके कारण भारी आवाज होने लगी तथा रेल लाइन के किनारे पड़े पत्थर उड़ने लगे. कुछ ही समय बाद चार एयर रिजर्वर और टूट कर गिर गये. इधर प्लेटफॉर्म पर खड़े कैंटीन कर्मी श्री सिंह व सेंटिंगमैन श्री बाउरी पत्थरों से घायल हो गये.
उन्होंने इसकी सूचना ट्रेन के चालक व गार्ड को दी. लेकिन तेज गति के कारण स्पष्ट आवाज नहीं सुनायी दी. कोच पांच के अटेंडेंट गौतम दास महापात्र ने चेन पुलिंग शुरू की. चालक ने भी इमरजेंसी ब्रेक लगाया. इसके बाद ट्रेन इस्ट केबिन को पार कर रुकी. तब तक आठ एयर रिजर्वर तथा वैक्यूम पाइप क्षतिग्रस्त हो चुके थे. ट्रेन रुकते ही सहमे यात्री ट्रेन से उतरने लगे. स्टेशन से भी रेलकर्मी वहां पहुंचे. दुर्घटना ट्रेन यात्री को चोट नहीं पहुंचने से रेल अधिकारियों ने राहत की सांस ली. इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दी गयी. एडीआरएम श्री शुक्ला तथा सीनियर डीएमइ श्री राज अधिकारियों के साथ वहां पहुंचे.
स्लो लाइन से गुजरी ट्रेनें
दूरंतो के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद नयी दिल्ली-हावड़ा व नई दिल्ली-सियालदह राजधानी एक्सप्रेस, धनबाद-हावड़ा कोलफील्ड तथा धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों को स्लो लाइन से पार कराया गया.