धनबाद: हीरापुर हरिमंदिर रोड स्थित डॉक्टर एससी बोस के घर एक अप्रैल को हुई डकैती में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस ने अनुसंधान की फाइल बंद कर दी है. घटना को सत्य लेकिन सूत्रहीन (एफआरटी नो क्लू) करार दिया है. डीएसपी (लॉ एंड आर्डर) धीरेंद्र नारायण बंका ने डकैती के संबंधित केस […]
धनबाद: हीरापुर हरिमंदिर रोड स्थित डॉक्टर एससी बोस के घर एक अप्रैल को हुई डकैती में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस ने अनुसंधान की फाइल बंद कर दी है. घटना को सत्य लेकिन सूत्रहीन (एफआरटी नो क्लू) करार दिया है. डीएसपी (लॉ एंड आर्डर) धीरेंद्र नारायण बंका ने डकैती के संबंधित केस के सुपरविजन में अनुसंधानकर्ता एएसआइ दशरथ सिंह को घटना सत्य, लेकिन सूत्रहीन करार देते हुए रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया है. सुपरविजन में कहा गया है कि डकैती में नामजद सुनील यादव व उसके तीन अन्य सहयोगियों का पता नहीं चल पाया है. नामजद के पता-ठिकाना का सत्यापन नहीं हो पाया है. अनुसंधानकर्ता ने गुप्तचरों की मदद से भी घटना में शामिल अपराधियों की खोज की, लेकिन पता नहीं चला.
क्या हुआ था एक अप्रैल 16 को : हीरापुर में गीतांजलि आपार्टमेंट के ग्राउंड फ्लोर के जीटी फ्लैट में पीएमसीएच से रिटायर्ड डा एससी बोस अपनी पत्नी के साथ रहते हैं. सुबह साढ़े साढ़े सात से साढ़े आठ बजे तक मरीज देखते हैं. उसके बाद शहर के एक निजी अस्पताल में सेवा देते हैं. सुबह दो युवक खुद को मरीज बताकर डॉक्टर के घर पहुंचे. डॉक्टर के पूछने पर सुनील यादव नाम बताने वाले युवक ने खुद को मरीज बताया था. जिसे डॉक्टर ने बगल में टूल पर बैठाया. दूसरा युवक सामने कुर्सी पर बैठ गया. सीने में दर्द छह माह से होने आदि परेशानी की बात कथित मरीज डॉक्टर को बता रहे थे. डॉक्टर प्रिसकिप्शन पर नोट करते रहे. इसीजी, एक्स-रे आदि जांच डॉक्टर लिख रहे थे. इसी बीच दो युवक और अंदर घुसे. पूछने पर कहा कि सुनील के साथ हैं.
एक डॉक्टर की कुर्सी के पीछे जाकर मुंह दाब बोला कि जो है वह दे दीजिए. सामने वाले युवक ने डॉक्टर पर पिस्टल तान दी. डॉक्टर ने भय से अपनी जेब से पर्स निकाला उसमें लगभग पांच हजार रुपये थे. अपराधियों ने उसे ले लिया. एटीएम मांगी तो डॉक्टर ने कहा कि नहीं है.
डॉक्टर को हथियार के बल पर कब्जे में लेकर अंदर घुसे. बालकॉनी में काम कर रहे डॉक्टर की पत्नी के पास जाकर एक अपराधी ने उनका मुंह दाब दिया. डॉक्टर की पत्नी अपनी नौकरानी का नाम लेकर जोर-जोर से चिल्लाने लगी. अपार्टमेंट के अन्य फ्लैट के लोग बाहर निकले. आसपास के लोग भी जमा होने लगे. अपराधियों को लूटापाट करने का मौका नहीं मिल पाया. पकड़े जाने के भय से ग्राउंड फ्लोर के छोटे गेट से भाग निकले. अपराधियों का लोडेड कट्टा निर्माणाधीन अपार्टमेंट के नीचे ही गिर गया था.