धनबाद: शहर के द्वारिका दास जालान मेमोरियल हॉस्पिटल के पारा मेडिकल स्टाफ एवं सफाई कर्मचारी अपनी 20 सूत्री मांगों को लेकर जनता मजदूर संघ के बैनर तले शनिवार को हड़ताल पर चले गये हैं. इससे अस्पताल का काम काज प्रभावित हुआ है. मरीजों को छुट्टी देकर भेजा जा रहा है. अस्पताल प्रबंधन हड़तालियों पर धोखाधड़ी का आरोप लगा रहा है. जबकि हड़ताली अपनी मांग पर अड़े हैं.
क्या है मामला : कर्मचारियों की ओर से 27 दिसंबर को प्रबंधन को हड़ताल का नोटिस दिया गया. इस पर श्रम अधीक्षक के यहां शुक्रवार को वार्ता हुई. श्रम अधीक्षक ने कहा कि पहले प्रबंधन से बात करिये. सीधे हड़ताल नहीं कर सकते. हड़ताल पर नहीं जाने पर सहमति बनी. आज अचानक कर्मी हड़ताल पर चले गये.
हड़तालियों का कहना है : हड़ताली रीना देवी, सुशीला देवी, शकुन देवी, रीता देवी, छाया देवी, बंसती देवी, मीना देवी, राखी देवी, संजय हाड़ी, बिरजू हाड़ी , लखन हाड़ी, दोलू हाड़ी आदि ने कहा कि एक माह पहले नोटिस दिया था. कोई सुनवाई नहीं हुई. हड़ताल पर अचानक हम लोग नहीं गये हैं. आप बताइये कि जब सब कुछ हमको मिलता तो हड़ताल पर क्यों जाते. प्रबंधन कुछ सुनता ही नहीं. हम लोगों ने रोगियों की देख भाल के लिए कुछ साथियों को काम करने दिया है. लगभग सौ कर्मी हड़ताल पर हैं.
प्रबंधन का कहना है : अस्पताल के प्रशासक डा. एम नारायण ने कहा कि शुक्रवार को हड़ताल टालने पर सहमति हो गयी थी. आज अचानक कुछ कर्मी हड़ताल पर चले गये. हॉस्पिटल में भरती मरीज प्रभावित हो रहे हैं. सफाई कौन करेगा. जो रोगी जाना चाह रहे हैं उन्हें छोड़ रहे हैं. हड़ताली कर्मियों से काम पर लौटने की बार-बार अपील कर रहे हैं.