धनबाद: देश की अन्य महारत्न- नवरत्न कंपनियों के मुकाबले कोल इंडिया के अधिकारियों को कम वेतन मिल रहा है. जबकि कोल इंडिया भी महारत्न है. बीसीसीएल के अधिकारी जेपी ईश्वर, संजय सिंह, संजय कुमार सिंह व केएस सिंह ने इस संबंध में आंकड़े उपलब्ध कराये हैं.
दोनों अधिकारियों ने कोयला अधिकारियों की संस्था कोल माइंस ऑफिसर्स एसो. के उस दावे पर भी सवाल उठाये हैं जिसमें कहा गया है संगठन की वजह से ही कोल अधिकारियों को पे, पर्क्स व अन्य बेनिफिट मिल रहे हैं. उनका कहना है कि इसके पहले हुए पे- रिवीजन में कोल इंडिया के अधिकारियों का वेतन अन्य पब्लिक सेक्टर के बराबर था. अभी यह दो वेतनमान पीछे चला गया है.
क्यों नहीं उठाये गये करागर कदम
अधिकारियों का कहना है- इस मुद्दे पर सीएमओएआइ चुप क्यों है. कोई कारगार कदम क्यों नहीं उठाये गये. बहुत सारे महारत्न-नवरत्न कंपनियों में इ 6,इ 7,इ 8 ग्रेड पे स्केल को मर्ज कर दिया गया है. इस मुद्दे पर भी संगठन की चुप्पी रहस्यमय है. सेवा अवधि के दौरान मृत्यु के बाद आश्रितों को भी जो सुविधाएं मिल रही हैं, वह भी महारत्न-नवरत्न के अनुरूप नहीं है. कोयला अधिकारियों को भी कैरियर ग्रोथ का लाभ नहीं मिल रहा है. इ 6 – इ 7 में पदोन्नति दस से बीस साल लग जाते हैं. प्रोन्नति के वर्तमान आधार को लेकर भी काफी विवाद है.