धनबाद: जिले में धान अधिप्राप्ति योजना की स्थिति ठीक नहीं है. 20 जनवरी बीत गयी लेकिन अब तक किसानों से धान की खरीदारी शुरू नहीं हुई. लिहाजा यहां के कृषक बंगाल व बिहार के कारोबारियों को औने-पौने भाव में धान बेच रहे हैं.
हालांकि विभागीय स्तर पर धान अधिप्राप्ति के लिए 23 पैक्सों का चयन किया गया है. इसकी सूची भी उपायुक्त को सौंप दी गयी है. लेकिन पैक्सों को अब तक चावल खरीदने संबंधी निर्देश नहीं दिया गया है. जबकि पिछले साल दिसंबर 2012 में ही धान अधिप्राप्ति योजना शुरू हो गयी थी. पिछले साल 1.59 लाख क्विंटल का लक्ष्य रखा गया था.
लेकिन इस बार सरकार की ओर से कोई लक्ष्य नहीं आया है. इस संबंध में जिला सहकारिता पदाधिकारी देवेंद्र सिंह का कहना है कि जब तक पैक्सों को एडवांस नहीं मिलता है, धान की अधिप्राप्ति शुरू नहीं की जायेगी. पिछले दिनों मुख्यालय में हुई बैठक में पैक्सों को सिर्फ धान की खरीदारी कर गोदाम में रखने की जिम्मेवारी सौंपने का निर्णय लिया गया है. गोदाम से मिल व मिल से एफसीआइ तक पहुंचाने का जिम्मा झारखंड स्टेट फूड कॉरपोरेशन को सौंपा जायेगा.