धनबाद: राज्य के ग्रामीण विकास विभाग तथा श्रम एवं कल्याण मंत्री चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे ने कहा कि रोजगार मेले के नाम पर पानी की तरह पैसे बहाये गये. लेकिन युवाओं को रोजगार नहीं दिया गया. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अब तक पांच जिले मे लगे रोजगार मेला पर हुए खर्च का हिसाब मांगा गया है. दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होगी.
श्री दुबे ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य के 24 जिले में रोजगार मेला लगाने का निर्देश दिया गया था. अभी तक पांच जिले में मेला लगाये गये. अब इसके आयोजन पर रोक लगा दी गयी है. श्रम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस मेले में दस हजार युवाओं को रोजगार दिया गया. लेकिन हर जगह से उन्हें शिकायत मिल रही है कि एक भी आदमी को रोजगार नहीं मिला है.
रोजगार मेला नहीं, कैपसिंग पर बल : श्री दुबे ने बताया कि कल ही श्रम एवं नियोजन विभाग को ऑन लाइन कर दिया गया. जितने भी बेरोजगार हैं. उनकी सूची का रिकार्ड तैयार कर लिया गया है. अधिकारियों को कह दिया गया है कि अब रोजगार मेला नहीं लगाकर कैपंसिंग करायें. इससे व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी रहेगी.