धनबाद: बिजली बोर्ड के धैया सब स्टेशन का 10 एमवीए का ट्रांसफॉर्मर चार दिनों में नहीं बन पाया है. यहां के इंजीनियर मरम्मत नहीं कर सके. कोलकाता से स्पेशलिस्ट बुलाया जा रहा है. तीन दिन हो गये स्पेशलिस्ट नहीं आया.
आज आयेगा, कल आयेगा कह कर टाला जा रहा है. कामकाज का यह तरीका अगर किसी घर-संस्थान में हो तो चल सकता है. लेकिन अगर 50 हजार की आबादी प्रभावित हो तो बिजली विभाग के प्रति लोगों में आक्रोश लाजिमी है. ट्रांसफॉर्मर खराब होने के कारण हाउसिंग कॉलोनी, मेमको, बापूनगर, कार्मिक नगर में बिजली का घोर संकट है .
बिजली अधिकारियों ने दो घंटा सप्लाइ के बाद एक घंटा कट की बात कही थी. लेकिन यह भी संभव नहीं हुआ. हालत यह है कि आधा घंटा रहने के बाद बिजली दो-ढाई घंटे के लिए गायब हो जाती है. बिजली विभाग का कहना है कि सोमवार को बाहर से मैकेनिक आने के बाद अगर ट्रांसफॉर्मर बन गया तो ठीक, नहीं तो संकट लंबा भी खिंच सकता है.
जरा सी बारिश में गयी बिजली : जरा सी आंधी क्या आयी शहर के अधिकांश इलाके में चार घंटे तक बिजली कटी रही. आंधी से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निकट और सुगियाडीह में तार पर पेड़ गिर जाने से प्लांट की बिजली भी गुल हो गयी. हीरापुर के सहायक अभियंता मुन्ना ठाकुर ने बताया कि आंधी – पानी के कारण डीवीसी ने ढाई बजे ही एहतियात के तौर पर लाइन काट दी.
शाम के छह बजे भूली, मनईटांड़ क्षेत्र में बिजली लौटी जबकि धैया सब स्टेशन से जुड़े वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निकट तार पर पेड़ गिर जाने से वहां की लाइन कट गयी. सुगियाडीह में यही हाल रहा. रात को दोनों जगह ठीक हुआ तो आठ बजे के बाद लाइन आयी.
पेयजलापूर्ति भी बाधित : बिजली नहीं रहने के कारण शाम में हीरापुर, चीरागोड़ा, मेमको , मटकुरिया जलमीनार से जलापूर्ति नहीं हुई. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कॉल सेंटर से मिली जानकारी के अनुसार बिजली नियमित रूप से नहीं मिलने के कारण आये दिन पेयजल आपूर्ति बाधित हो रही है.