धनबाद: मंगलवार को स्वास्थ्य कर्मियों ने सिविल सजर्न डॉ अरुण कुमार सिन्हा का घेराव किया. स्वास्थ्यकर्मी प्रशिक्षण के दौरान दिये जा रहे डीए व टीए में भेदभाव का आरोप लगा रहे थे. सीएस ने इस पर सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया, तब जाकर लोग शांत हुए. बताया जाता है कि जिले में कुष्ठ निवारण को लेकर एएनएम, फार्मासिस्ट, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर, मल्टी परपस वर्कर, लैब टेक्नीशियन दो दिवसीय एएनएम स्कूल में प्रशिक्षण दिया जा रहा था. आज अंतिम दिन था, लिहाजा सभी स्वास्थ्यकर्मी अपने-अपने डीए व टीए भरने लगे, लेकिन स्थायी व अनुबंधित कर्मी को अलग-अलग डीए व टीए दिये पर अनुबंधित कर्मियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया.
स्थायी को 100 व अनुबंधित को 75 रुपये : प्रशिक्षण कक्ष से निकल कर प्रशिक्षण ले रहे करीब 50 कर्मी नारे लगाते हुए सीधे सीएस के कार्यालय पहुंचे. वहां सीएस को कर्मियों ने बताया कि स्थायी कर्मियों को एक सौ, जबकि अनुबंध कर्मियों को 75 रुपये डीए दिये जा रहे हैं. यही नहीं ट्रैवल अलाउंस (टीए) भी काफी कम दिया जा रहा है. तीन किमी पर एक रुपया दिया जा रहा है.
सरकार का आदेश : सिविल सजर्न
सीएस डॉ सिन्हा ने बताया कि यह सरकार का आदेश है, डीए मामले में वह फिलहाल कुछ नहीं कर सकते. टीए तीन रुपये प्रति किमी की दर से दिये जायेंगे. सीएस ने माना कि महंगाई के अनुसार डीए व टीए काफी कम है, इसलिए उन्होंने कर्मियों से लिखित आवेदन मांगा, जिसे मुख्यालय को अवगत कराया जायेगा.