धनबाद: बुंदेला बस मालिक सुधीर सिंह की हत्या अंबिकापुरम निवासी विकास सिंह ने करायी है. विकास के गुरगे सनोज मालाकार व राजू मालाकर ने (झारुडीह माली पट्टी) पल्सर बाइक से पीछा कर बरवाअड्डा हवाई अड्डे के समीप सुधीर पर गोली चलायी थी, जिससे उसकी मौत हो गयी थी. पुलिस ने गोली चलाने वाले सनोज की पिस्टल (7.65 बोर) को भी बरामद कर ली है. राजू अभी फरार है. घटना में प्रयुक्त पल्सर बाइक राजू की थी. मामले में पुलिस विकास व राजू को खोज रही है.
एफआइआर में संदेही मुन्ना, विक्की व रवि की हत्या में कोई भूमिका नहीं है. एसपी अनूप टी मैथ्यू ने शुक्रवार की रात पुलिस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. मौके पर डीएसपी अमित कुमार व गोविंदपुर इंस्पेक्टर रवींद्र राय भी मौजूद थे.
एसपी ने बताया कि सुधीर के परिजनों से पूछताछ, परिस्थितिजन्य साक्ष्य व मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने 15 दिनों के अनुसंधान में खुलासा हुआ कि सुधीर की हत्या से पहले व बाद में विकास व राजू कॉन्टेक्ट में था. विकास व एसोसिएट्स के दबाव में परिजनों ने हत्या की एफआइआर में शिवगंगा बस के मालिक मुन्ना सिंह उसके भतीजे विक्की सिंह के अलावा रवि कुमार पर संदेह जताया था. पुलिस छानबीन में सही निष्कर्ष पर पहुंची है. विकास आठ आपराधिक मामलों में, सनोज दो तथा राजू एक मामले में चाजर्शीटेड है. हत्या में अन्य षडयंत्रकारी की पहचान की जा रही है. सनोज ने अपना अपराध भी स्वीकार कर लिया है.
बस स्टैंड से जुड़ा है विवाद : एसपी ने बताया कि एक वर्ष पहले सुधीर सिंह की बुंदेला बस को बरटांड़ स्टैंड में चंद मालिक व एजेंट नहीं लगने दे रहे थे. सुधीर ने विकास की मदद ली. बुंदेला बरटांड़ से खुलने लगी और काउंटर भी खुला. सुधीर ने एजेंटी विकास को दी. एजेंटी की 10 प्रतिशत राशि विकास को मिलने लगी. विकास बराबर सुधीर पर रंगदारी के लिए दबाव बनाने लगा. चार-पांच माह पहले एक लाख रुपये की मांग की थी. विकास को 95 हजार रुपये दिये गये. फिर सोफा सेट की मांगा तो सुधीर ने 35 हजार का सोफा सेट खरीद कर दिया. विकास प्रति बस पर 25 हजार रुपये रंगदारी की मांग कर रहा था. अभी हाल में ही दो नयी खरीदी गयी बस के ऑनर बुक में सुधीर को विकास अपना नाम जोड़ने का दबाव दे रहा था. विकास ने सुधीर को धमकी दी थी कि प्रति बस 25 हजार रुपये नहीं देने पर वह दिल्ली में पढ़ रहे बेटे को किडनैप कर लेगा. सुधीर ने दिल्ली से बेटे को बुला लिया था. सुधीर ने अपने बड़े भाई सतराजीत सिंह (रेलवे यूनियन के नेता) को बताया था कि वह परेशानी में है. सतराजीत कहीं बाहर थे, नहीं आ सके. इसी बीच मर्डर हो गया.
मकसद डराना था, मारना नहीं : सनोज ने पुलिस को बताया है कि वह और राजू विकास के आदमी हैं. विकास के निर्देश पर सुधीर को डराने के लिए फायरिंग की थी. मारना उद्देश्य नहीं था. राजू व सनोज दोनों के पास हथियार था. बाइक सनोज चला रहा था. पुलिस सनोज के पास से जब्त पिस्टल की बाइलेस्टिक जांच करायेगी.