धनबाद: कुसुंडा रेलवे स्टेशन तालाब सज-धज कर तैयार है. यहां वर्षो से भगवान भास्कर को अघ्र्य अर्पित किया जाता है. तीन जनवरी 2007 में यहां लोगों के सहयोग से सार्वजनिक सूर्य मंदिर का निर्माण किया गया. 12 नवंबर 2007 में भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित की गयी.
सात घोड़े पर सवार भगवान भास्कार की प्रतिमा देखते ही बनती है. अस्थायी तौर पर मां छठ की प्रतिमा भी स्थापित की जा रही है. इस तालाब में पूजा करने के लिए बैंक मोड़, केंदुआ, गंसाडीह, गोधर, 26 नंबर, मटकुरिया, भूली, कुसुंडा, गोंदूडीह, छोटा खरीकाबाद, जालान न्यू कॉलोनी आदि जगह के हजारों की संख्या में छठ व्रती अघ्र्य देने आते हैं.
दो कमेटी के लोग करते हैं सहयोग : क्षेत्र बड़ा होने के कारण फिलहाल यहां दो भागों में बंट कर कमेटी सक्रिय रहती है. श्रीश्री सार्वजनिक छठ पूजा समिति, कुसुंडा के बैनर तले तमाम कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. पहली कमेटी के अध्यक्ष रामजी यादव, उपाध्यक्ष धनंजय प्रमाणिक व किशोर सिंह के साथ दर्जनों युवक हैं. वहीं दूसरी कमेटी में छोटा खरिकाबाद के युवक शामिल होते हैं. सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं.
कमेटी के धनंजय प्रमाणिक ने बताया कि तालाब के चारों ओर करीब पांच सौ टय़ूब लाइट लगाये गये हैं. छह जगहों पर तोरण द्वार बनाये गये हैं. रात में तालाब देखने में काफी मनोहर लगता है.