धनबाद: दुर्गा पूजा में तो सड़कें नहीं ही बनी, छठ में भी यह भक्तों को रुलायेंगी. प्राय: सड़कें जजर्र हैं. गड्ढे और रोड़े भरे हैं. छठ में भक्त नंगे पांव घाट पर जाते हैं. कई दंडवत करते घाटों पर पहुंचते हैं. उनकी तकलीफों का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस मामले में पीडब्ल्यूडी व एनएच नकारा साबित हो रहा है. ऐसा नहीं कि मीडिया में यह सवाल नहीं उठा. लेकिन न तो प्रशासन और न ही हमारे जनप्रतिनिधियों ने इसे गंभीरता से लिया.
एनएच 32 दे रहा हादसे को निमंत्रण: धनबाद की लाइफ लाइन कही जाने वाली एनएच 32 सड़कें जानलेवा बन गयी है. डीसी ने एनएच के कार्यपालक अभियंता एनपी शर्मा को सड़क मरम्मत का आदेश दिया था, लेकिन टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं होने का हवाला देकर कार्यपालक अभियंता हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं.
जिला परिषद से लेकर पुटकी तक सड़क काफी जजर्र है. इस रास्ते पर मटकुरिया छठ तालाब, धुरनी जोरिया मटकुरिया, कुसुंडा रेलवे तालाब, केंदुआ कठगोला तालाब आदि प्रमुख छठ घाट आते हैं. यहां लाखों की संख्या में छठव्रती अघ्र्य देने आते हैं. इस बार उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.