बाघमारा: प्रखंड सभागार में बुधवार को पंचायत समिति की मासिक बैठक हुई. उप प्रमुख विनोद साव ने इसकी अध्यक्षता की. हो-हंगामे के बीच 13वें वित्त से प्रस्तावित मनरेगा की सभी योजनाओं को पारित कर दिया गया.
इस दौरान बीडीओ संतोष कुमार गर्ग पंचायत प्रतिनिधियों के व्यवहार पर उखड़ गये. सदन में हंगामा करते देख उन्होंने प्रतिनिधियों को खरी-खोटी सुनायी. कहा कि यह सदन है, मछली बाजार नहीं. इसकी गरिमा को बनाये रखें. बीडीओ के इतना कहने के बाद सदन में खामोशी छा गयी. इसके बाद श्री गर्ग सदन से बाहर चले गये. इससे पूर्व प्रखंड में हुए सीमेंट घोटाला को तेतुलिया दो के पंसस आशीष मिश्र ने सदन में उठाते हुए अधिकारियों पर आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया और दोषी पर कार्रवाई की मांग की. चंदना रवानी व मुराईडीह पंसस नवीन सिंह ने इसका समर्थन करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की.
मधुबन पंचायत समिति सदस्य उर्मिला देवी ने मधुबन पंचायत सचिवालय निर्माण में घटिया सामग्री के प्रयोग का मामला उठाया. लूतीपहाड़ी के मुखिया नरेश गुप्ता ने बाघमारा उत्क्रमित उच्च विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को मात्र दो विषय की पढ़ाई कराने का मामला उठाते हुए पांच शिक्षकोंकी पदस्थापना की मांग की.
तारगा पंचायत समिति सदस्य भुनेश्वर गोप, चंदना रवानी, गौतम पांडेय ने मनरेगा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि काम कोई कर रहा है, पैसा कोई उठा रहा है. बैठक में सीओ राजेंद्र प्रसाद सिंह, बीपीओ निशित कुमार, आपूर्ति पदाधिकारी आरएन उपाध्याय, सहकारिता पदाधिकारी खालिद हुसैन, सीडीपीओ ममता शाह, परशुराम सिंह, सांसद प्रतिनिधि अनिल उपाध्याय उपस्थित थे.