धनबाद. आइएसएम के चेयरमैन प्रो. डीडी मिश्रा ने कहा है कि अागामी सत्र 2016-17 में संस्थान का स्टूडेंट्स स्ट्रेंथ बढ़ेगा. अब तक संस्थान का स्टूडेंट्स स्ट्रेंथ 7000 पहुंच चुका है, जब कि पीएचडी का स्ट्रेंथ नये साल में पांच सौ से ऊपर करने की तैयारी है. यानी संस्थान के लिए बारहवीं प्लान में स्टूडेंट्स स्ट्रेंथ जो 7500 का लक्ष्य था, वह हर हाल में पूरा किया जायेगा.
यह पूछे जाने पर कि कब तक संस्थान आइआइटी बन जायेगा, चेयरमैन का कहना था कि इसका जवाब सरकार दे सकती है. संस्थान की ओर से जो भी करना है, हो चुका है तथा बचा कार्य पाइपलाइन में है. आगे निर्णय सरकार के हाथ में है. एक सवाल पर प्रो. मिश्रा ने बताया कि आइआइटी हो जाने से संस्थान के बजट में कोई खास परिवर्तन नहीं होना है, क्योंकि संस्थान में जो भी कार्य हो रहे आइआइटी स्तर के ही हो रहे हैं. चाहे वह लैब अपग्रडेशन का मामला हो या फैकल्टी नियुक्ति का. उन्होंने बताया कि नये साल में कोई नये कोर्स की तैयारी नहीं है. जरूरत को देखते हुए रिसर्च के क्षेत्र में ज्यादा जोर है.
पिछले साल संस्थान से केवल 100 पीएचडी हुए थे, जब कि इस साल संख्या चार गुना और बढ़ कर 500 करने की तैयारी है. नये बजट में अधिकाधिक राशि रिसर्च के क्षेत्र में खर्च होना है. उन्होंने बताया कि चूंकि पूर्व के ही कई निर्माण कार्य अभी पूरे नहीं हुए हैं, इसलिए नये वित्तीय सत्र में कोई नया निर्माण के बजाय अधूरे निर्माण कार्य पूरा करने पर जोर रहेगा. उन्होंने बताया कि उनकी नजर में फिलहाल संस्थान द्वारा अपने कर्मियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए कोई स्कूल खोलने का प्रस्ताव है. ना हीं अन्य आआइटी में हीं इसका कोई प्रोविजन होता है. हां, दूसरे आइआइटी की तरह यहां जो स्कूल संस्थान के कर्मियों के बच्चों को सेवा दे रहे हैं, उन्हें ही प्रमोट करने के लिए संस्थान हर संभव मदद दे सकता है.