धनबाद. महिला थाना महिलाओं और पीड़ितों को न्याय देने के लिए बनाया गया है. लेकिन यहां न्याय देने की जगह उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. यह आरोप है रांची से भटककर धनबाद पहुंची युवती का. मानसिक रूप से परेशान अंजली (18 वर्ष) बुधवार को रांची से भटककर धनबाद पहुंची थी. उसने बताया कि वह तीन बहन है. उसके माता-पिता रांची में सब्जी बेचते हैं. उन्होंने पैसे लेकर 45 साल के एक आदमी से उसकी शादी कर दी.
जिससे उसकी शादी हुई है वह उसे बहुत मारता-पीटता है. प्रताड़ना से तंग आकर वह घर से भाग गयी. भटकते हुए धनबाद पहुंची. रात में एक पुलिस वाले ने उसे महिला थाना पहुंचा दिया. उसने बताया कि सुबह थाना की बड़ी मैडम ने उससे थाना की साफ-सफाई करायी. लेकिन खाने के लिए कुछ नहीं दिया.
कहा कि तुम जहां से आयी हो वहीं चली जाओ. प्राप्त जानकारी के अनुसार लड़की को रात में अकेली भटकते देख बैंक मोड़ पुलिस ने उसे महिला थाना के हवाले कर दिया था. इस संबंध में महिला थाना प्रभारी अगुस्टिना लकड़ा का कहना था ‘मैं दिन भर बाहर थी, मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है.’ लड़की थाना में ही है.