धनबाद: बैंक मोड़ चेंबर का चुनाव रविवार को भारी हंगामे के कारण स्थगित कर दिया गया. तय हुआ कि पुरानी कमेटी अप्रैल 2014 तक बनी रहेगी. अप्रैल के प्रथम सप्ताह में बैलेट पेपर से चुनाव होगा. बाइ लॉज को लेकर हंगामा शुरू हुआ और अध्यक्ष पद के चुनाव पर विवाद गहरा गया. आधा घंटा तक गरमा-गरम बहस व माइक छीना-झपटी तक हुई. विवाद बढ़ते देख संरक्षक सह चुनाव पदाधिकारी राम अवतार खेमका ने आम सभा भंग करने की घोषणा की. इसके बाद लोग शांत हुए. आम सभा की अध्यक्षता संरक्षक श्रीराम कटेसरिया व राम अवतार खेमका ने की. संचालन सचिव सुरेंद्र अरोड़ा ने किया. अध्यक्षीय भाषण में चेतन प्रकाश गोयनका ने अपने कार्यकाल में किये गये कार्यो का उल्लेख किया.
ऐसे शुरू हुआ विवाद : बाइ लॉज को लेकर विवाद चल ही रहा था. इसी बीच नयी कार्यकारिणी का गठन की प्रक्रिया शुरू हुई. अध्यक्ष पद को लेकर चेतन प्रकाश गोयनका, ओम अग्रवाल व संजय मोर के नाम का प्रस्ताव आया. सचिव पद पर सुरेंद्र अरोड़ा का नाम आया. हालांकि राजेश रिटोलिया ने राजेश अग्रवाल का नाम सचिव पद के लिए प्रस्तावित किया. लेकिन राजेश ने मना कर दिया. कोषाध्यक्ष पद पर एसके चक्रवर्ती निर्विरोध थे. अध्यक्ष पद के लिए तीन दावेदार थे. चुनाव पदाधिकारी ने तीनों को दस मिनट का समय दिया. संजय मोर ने नाम वापस ले लिया. लेकिन चेतन गोयनका व ओम अग्रवाल दोनों में सहमति नहीं बनी. चुनाव पदाधिकारी ने कहा कि दोनों दावेदार में एक बैठ जायें. लेकिन किसी ने दावेदारी वापस नहीं ली. चुनाव पदाधिकारी ने कहा कि अगर पुराने बॉयलॉज की बात करें तो चेतन प्रकाश गोयनका का दो टर्म पूरा हो गया है. ओम अग्रवाल को अध्यक्ष मनोनीत किया जा सकता है. इसी बीच दूसरे गुट ने हंगामा शुरू कर दिया. कहा कि जब बॉयलॉज को अवैध करार दे दिया गया है. बैलेट पेपर पर फैसला लिया जाये. दोनों गुट की ओर से तर्क पर तर्क दिये गये. अंतत: चुनाव पदाधिकारी ने बॉयलॉज के संशोधन के बाद चुनाव कराने की घोषणा की. कहा कि तीन माह के अंदर बॉयलॉज में संशोधन कर रिपोर्ट सुपुर्द करें.