धनबाद: पांच केंद्रीय श्रमिक संगठनों द्वारा कोयला उद्योग में आहूत तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने के नारों के बीच बोनस का मामला गौण हो गया है. कोल इंडिया के 357926 मजदूर (बीसीसीएल के 57870) यह जानने को बेकरार हैं कि आखिर बोनस मिलेगा कितना. यूनियन नेता हड़ताल को सफल बनाने मे लगे हैं. वे बोनस के मुद्दे पर पत्ते नहीं खोल रहे है.
कोलियरी क्षेत्रों मे चानक,पीट हो या फिर चाय दुकान. जहां चार-पांच मजदूर जुटे कि बोनस पर चर्चा शुरू. जितने मजदूर उतनी बातें. हड़ताल पर कम , बोनस पर ज्यादा चर्चा. यूनियनों ने विनिवेश, पुनर्गठन समेत 46 सूत्री मांगों को लेकर 23 से 25 सितंबर तक देश व्यापी हड़ताल का आह्वान किया है. 12 सितंबर को बैठक हुई पर बेनतीजा.
फिर 20 को बैठक कोलकाता मे होना तय है. बोनस के बारे में पूछने पर लगभग हर नेता 20 सितंबर का हवाला देकर बात टाल रहे हैं. यूनियनों ने अभी यह तय ही नहीं किया है कि बोनस कितना मांगना है. इंटक नेता सह मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह से इस सवाल पर बातचीत नहीं हो सकी.