भौंरा: जजर्र विद्यालय भवन की मरम्मत की मांग को लेकर शनिवार को भौंरा बाइ क्वार्टर स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय के बच्चों ने अनोखा आंदोलन किया. बच्चों ने पूर्वी झरिया क्षेत्र के जीएम ऑफिस के बरामदे पर करीब एक घंटा तक पाठशाला लगायी. कॉपी-किताब लेकर पढ़ाई करने बैठे थे. इस दौरान पहाड़ा, गिनती व कविता पाठ से पूरा ऑफिस गूंज उठा. मौके पर माता समिति की लालपरी देवी, विजय वर्मा, मनोज कुमार, विजय भुइंया, दयानंद सिंह, मनीष सिंह, संजय रवानी, सुभाष महतो, टिंकू, सिकंदर कुमार, मदन विश्वकर्मा, झाविमो नेता अनूप महतो आदि थे.
बरसात में पढ़ाई बंद करनी पड़ती है : विद्यालय की प्राचार्या लीना डे ने बताया कि वर्ष 1998 में थ्री पिट परियोजना विस्तारीकरण में विद्यालय भवन स्थानीय प्रबंधन ने ध्वस्त कर नया बाइक्वार्टर बस्ती में चदरा शीट वाले तीन कमरों में विद्यालय शिफ्ट कर दिया. वर्ष 2006 में आयी आंधी में चदरा शीट उड़ गया. तबसे बच्चे खुले आसमान के नीचे पढ़ाई कर रहे हैं. बरसात में विद्यालय में पढ़ाई बंद करनी पड़ती है. कई बार प्रबंधन से भवन मरम्मत कराने की मांग की गयी, लेकिन कोई पहल नहीं हुई.
जांच के बाद कार्रवाई होगी : इसस दौरान हुई वार्ता में जीएम सुबीर घोष ने विद्यालय प्रबंधन को आश्वस्त किया कि जांच के बाद उचित कार्रवाई होगी. फिलहाल बंद कोक प्लांट के फोरमैन ऑफिस में विद्यालय संचालन के लिए दो कमरा उपलब्ध कराया जायेगा. वार्ता में एजीएम पी चौधरी, पीएम निवेदिता कुमारी, दिनेश सिंह, प्राचार्य लीना डे, अनूप महतो, विजय वर्मा आदि थे. एक शिक्षिका के भरोसे 61 बच्चे : नर्सरी से पंचम तक विद्यालय में 61 बच्चे हैं. यहां शिक्षक के तीन पद स्वीकृत हैं. लेकिन, एक ही शिक्षिका पढ़ाई व प्राचार्या की जिम्मेवारी संभालती है.