बाघमारा को छोड़ शेष ब्लॉक नहीं दिखा रहे रुचि
संजीव झा
धनबादः लगभग दो माह से जिला मुख्यालय में सोलर सीएफएल लैंप एवं सोलर लैंप एलइडी बड़े पैमाने पर पड़ा हुआ है. लेकिन इसे आम जनता तक पहुंचाने के प्रति प्रखंड स्तर के अधिकारी रुचि नहीं दिखा रहे. केवल बाघमारा प्रखंड द्वारा ही जिला मुख्यालय से इन सोलर सामग्री को ले जाया गया है.
15 अगस्त से ही था बांटना
ज्रेडा द्वारा जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) को कुल पांच सौ सोलर सीएफएल लैंप एवं 772 सोलर लैंप एलइडी मुहैया कराया गया है. उपायुक्त के निर्देशानुसार इसे 10 जुलाई 2013 को ही सभी प्रखंडों में आवंटित कर दिया गया. उन्हें लाभुकों को 850 रुपये प्रति पीस सोलर सीएफएल लैंप एवं 228 रुपये प्रति पीस सोलर लैंप एलइडी देने के लिए कहा गया. डीसी ने सभी प्रखंडों में इसका वितरण 15 अगस्त से ही कराने का आदेश दिया था. लेकिन, 31 अगस्त तक केवल बाघमारा प्रखंड द्वारा ही डीआरडीए से सोलर सीएफएल लैंप व सोलर लैंप एलइडी का उठाव किया गया था. अन्य प्रखंड की ओर से रुचि नहीं ली जा रही है.
बीपीएल की बाध्यता नहीं
सोलर सीएफएल लैंप एवं सोलर लैंप एलइडी के वितरण में बीपीएल की बाध्यता नहीं है. निदेशक ज्रेडा के पत्र के अनुसार इन लाइटों के वितरण में किसी जाति विशेष के लिए भी अलग से कोई आरक्षण नहीं है. केवल लाभुक संबंधित प्रखंड का नागरिक हो यह आवश्यक है. लाभुकों से तय राशि नकद या बैंक ड्राफ्ट के जरिये लेने का आदेश है. इसकी बिक्री बीडीओ, पंचायत समिति, सीडीपीओ कार्यालय से करनी है.